Durg News: दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग में एक बड़ा ही खौफनाक मामला सामने आया है, जहां परिवार वाले ही महिला की जान के दुश्मन बन गए. वो उसे एक जादू टोना के शक में तांत्रिक के पास ले गए, जहां अंगारों पर चलाया गया और कीलों पर दौड़ाया गया. महिला की हालत गंभीर होने पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. फिलहाल मामले में आगे की जांच की जा रही है.


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कहां का है मामला?
दुर्ग के करहीडीह गांव में रहने वाली ममता निषाद ने जिला अस्पताल में होने वाले पुलिस के बयान में बताया कि उसके देवर देवरानी और जेठानी नाथू निषाद दुर्गा निषाद और यामिनी निषाद लगातार उस पर आरोप लगाते थे कि वह टोनही है. इस पर वह परेशान रहती और परिजनों से कहती थी कि ऐसा कुछ नहीं है ना ही वह इस तरह की कोई हरकत करती है. लेकिन, फिर भी परिवार वाले नहीं माने.


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अंगारों और कीलों पर चलाया
ममता निषाद ने बताया कि परिजन उसे दुर्ग में कैलाश नगर में रहने वाले बैगा जितेंद्र यादव के पास ले गए. बैगा को पूरी जानकारी दी गई. बैगा ने पहले तो झाड़-फूंक की और फिर उसे किलो पर नंगे पैर चलवाया. इतने से भी जब बैगा को संतुष्टि नहीं मिली तो उसने उसे धधकते अंगारों में चलाया जिससे उसके पैरों में बुरी तरह से खून निकलने लगा और उसके पैर जल गए जिसके बाद उसे तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया.


तीन दिन पुराना मामला
घटना 3 दिन पुरानी बताई जा रही है. पुलिस ने शुक्रवार को बयान लिया तब जाकर मामले का खुलासा हो पाया है. डॉक्टरों ने ममता के लहूलुहान पैरों को देखा तो वे माजरा समझ गए डॉक्टरों ने स्थानीय पुलिस को सूचना दी. पुलिस के जवान तत्काल मौके पर पहुंचे और उससे पूछताछ की गई. पूछताछ में उसने पूरी बात बताइ. पुलिस ने उसका बयान दर्ज कर मामले में आगे की कार्रवाई शुरू की.


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आरोपी भेजे गए जेल
दुर्ग के प्रशिक्षु आईपीएस वैभव बैंकर ने बताया कि मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने महिला की देवरानी जेठानी और देवर को हिरासत में लेकर उनके खिलाफ प्रताड़ना निवारण अधिनियम 324, 34, 4, 5, 6 के तहत अपराध दर्ज किया. उन्हें तत्काल न्यायालय में प्रस्तुत किया गया. जहां से उन्हें तत्काल जेल भेज दिया गया है.