नीलम दास पडवार/कोरबा: होली के एक दिन बाद 9-10 मार्च की दरमियानी रात को बांगो थाना अंतर्गत पुलिस बैरक में एएसआई नरेंद्र परिहार की अंधे क़त्ल (Korba ASI Murder Case) की गुत्थी कोरबा पुलिस ने 15 दिन बाद सुलझा ली है. हत्या के आरोप में एक युवक करण गिरी को गिरफ्तार किया गया है. जिसे मृतक एएसआई ने डीजे बजाने को मना किया था. जिसके रंजिश में हत्या को अंजाम दिया गया.


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दरअसल 10 मार्च को एएसआई नरेन्द्र सिंह परिहार जो बांगो थाना में पदस्थ थे, उनकी लाश उनके बैरक में संदिग्ध परिस्थियों में मिली थी. जिसको देखते ही हत्या होना प्रतित हुआ था. इसे लेकर अज्ञात आरोपी की पतासाजी हेतु एफएसएल टीम. डॉग स्क्वायड कोरवा एवं बिलासपुर की सयुंक्त सायबर टीम घटना स्थल का निरीक्षण कर अपने-अपने काम में लग गई थी. वहीं साइबर टीम को एक बड़ा सबूत हाथ लगा, तब संदेही करण गिरी से पूछताछ की गई. 


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डीजे को लेकर हुआ विवाद
मामले का खुलासा करते एएसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि मृतक एएसआई नरेन्द्र सिंह परिहार के द्वारा दिसम्बर माह में शराब प्रकरण में आरोपी करण गिरी को जेल भेजा गया था. जिसमें आरोपी ने 15-20 दिन जेल में बिताया था. वहीं 8 मार्च होली के दिन भी जब आरोपी करण गिरी मोहल्ला में डीजे बजाकर होली त्योहार मना रहे थे. तब एएसआई नरेन्द्र सिंह परिहार ने रात्रि 09.30 बजे डीजे बंद कराकर डीजे को जब्त कर थाना ले गया.


इस दिन की हत्या की प्लानिंग
होली के दूसरे दिन पुलिस वालों की होली होती है. इसी होली को बांगों थाना में पदस्थ पुलिस कर्मी 9 मार्च को रात्रि 09. 30 बजे तक डीजे बजाकर खेल रहे थे. जिसमें नरेंद्र सिंह परिहार भी शामिल थे. जिसे होली खेलता देख आरोपी आक्रोशित हो गया और उसी रात हत्या करने की ठान ली.


देर रात जब पुलिस वालों का आना जाना बंद हुआ तब सूनसान पाकर आरोपी एएसआई नरेंद्र सिंह परिहार के कमरा के दरवाजा को खटखटाया जैसे ही उन्होंने दरवाजा खोला तब आरोपी करण गिरी ने गुस्से में "मुझे ढंग से होली नहीं मनाने दिये और जेल भेज दिये" कहकर टांगी से ताबड़तोड़ हमला कर एएसआई की हत्या कर मौके से भाग गया.


आगे एएसपी ने बताया की घटना कारित करने के बाद आरोपी ने नदी के पास झाड़ी में टंगिया को छिपा दिया था. जिसे आरोपी के निशानदेही पर जब्त कर लिया गया है. आरोपी को न्यायिक रिमाण्ड पर न्यायालय में पेश किया गया. जहां से उसे जेल भेज दिया गया.