दुर्गेश सिंह बिसेन/पेंड्रा: भारत ब्राजील ऊर्जा समझौते के तहत, आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना में आयातित ईंधन की खपत को कम करने के प्रयास किए जा रहे हैं. इस उद्देश्य से वैश्विक जलवायु नियंत्रण, क्षेत्रीय वायु प्रदूषण रोकने और किसानों की आय दुगनी करने की प्राथमिकता को लेकर किये प्रयासों में छत्तीसगढ़ के पेंड्रा के माटी पुत्र प्रशांत बनर्जी को ब्राजील सरकार की ओर से सम्मानित किया गया है.


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बता दें कि पेंड्रा के सुप्रसिद्ध होम्योपैथी चिकित्सक तथा समाजसेवी स्व डॉ प्रणव कुमार बनर्जी के पुत्र प्रशांत कुमार बनर्जी को गन्ने से उत्पादित एथनॉल को पेट्रोल गाड़ियों में 20% तक मिलाकर देशसेवा और अंतरराष्ट्रीय संबंधों, खासकर ब्राजील के साथ अद्वितीय कार्य करने के लिए "ऑर्डर ऑफ डे रियो ब्रांको" सम्मान से नवाजा गया है. 


भारत के पद्म श्री सम्मान के स्तर का है सम्मान
यह सम्मान भारत सरकार के पद्म श्री सम्मान के बराबर माना जाता है. भारत के पद्म श्री सम्मान के स्तर का यह सम्मान ब्राजील की संसद के अनुमोदन के उपरांत, ब्राजील के राष्ट्रपति की ओर से भारत में ब्राजील के राजदूत आंद्रे कोरिया डे लागो के हाथों दिल्ली में प्रदान किया गया. गौरतलब है कि इस महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट से देश का प्रति वर्ष 40000 हजार करोड़ रुपयों का क्रूड आयात कम होगा, जो भारतीय अर्थव्यवस्था के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है.


जानिए कौन है प्रशांत बनर्जी
प्रशांत बनर्जी वर्तमान में सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोटिव मैन्युफैक्चरर्स ( SIAM) के कार्यकारी निदेशक हैं. पेंड्रा के प्रशांत बनर्जी बचपन से ही प्रतिभाशाली रहे हैं. उनकी प्राथमिक से लेकर हायर सेकेंडरी तक की शिक्षा पेंड्रा में ही हुई थी. प्रसिद्ध होम्योपैथिक चिकित्सक स्वर्गीय डॉक्टर प्रणव कुमार बनर्जी के तीन होनहार बेटे प्रतिभू बनर्जी, प्रशांत बनर्जी तथा भास्कर बनर्जी बचपन से ही प्रतिभाशाली थे. होनहार बिरवान के होत चिकने पात को चरितार्थ करने वाले प्रशांत बचपन से ही प्रतिभाशाली रहे. शासकीय बहुउद्देशीय उच्चतर माध्यमिक शाला पेंड्रा में अपनी प्रतिभा से लोहा मनवाने वाले प्रशांत एक श्रेष्ठ हॉकी खिलाड़ी होने के साथ एनसीसी के सी एच एम रहे. सहज सरल स्वभाव के प्रशांत की उपलब्धि से पेंड्रा नगर गौरवान्वित हुआ है.


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