रायपुर: छत्तीसगढ़ में पिछले 10 दिनों से चल रही पेट्रोल-डीजल की राशनिंग बड़े संकट (Petrol crisis in Chhattisgarh) में बदलती दिख रही है. ऑयल कंपनियां अलग-अलग बहानों से तेल की आपूर्ति रोक रहीं हैं. डीलरों की ओर से अग्रिम भुगतान के बाद भी तेल की खेप नहीं पहुंच रही है. हालात ऐसे हो गए हैं कि प्रदेश के कई पेट्रोल पंप ड्राइ हो गए हैं. कइयों के पास केवल एक दिन का स्टॉक बचा है. ऐसे में सीएम भूपेश बघेल ने केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी पत्र लिखा है.


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केंद्रीय मंत्री को लिखा पत्र
अपने पत्र के जरिए सीएम बघेल ने बताया कि कई जिलों में पेट्रोल पंप ड्राइ हो गए हैं. कई पेट्रोल पंप बंद होने की स्थिति में है. स्टॉक सिर्फ एकदिन का रखा जा रहा है. फिर भी पूर्ति नहीं हो रही. क्योंकि सप्लाई नहीं हो रहा. किसानों को भी दिक्कत होगी. सीएम बघेल ने कहा कि इस समस्या को लेकर मैंने हरदीप पुरी को पत्र लिखा है ताकि किल्लत न हो पेट्रोल-डीजल की.


क्या हमारे यहां श्रीलंका जैसे हालात
बता दें बीते रोज पेट्रोल की किल्लत को लेकर सीएम बघेल ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा था और कहा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार से पूछा था कि क्या हम श्रीलंका जैसे हालात की ओर बढ़ रहे हैं?  उन्होंने कहा था पूरे देश में आपूर्ति घटाई जा रही है. क्या हम लोग श्रीलंका की जो स्थिति है उस दिशा में जा रहे हैं. वहां सबसे पहले पेट्रोल-डीजल मिलना ही बंद हुआ था. केंद्र सरकार को यह मामला स्पष्ट करना चाहिए.


किसानों के सामने आ सकता है संकट
बता दें डीजल-पेट्रोल की कमी से ट्रांसपोर्टिंग प्रभावित होगा. महंगाई बढ़ेगी. अभी खेती-किसानी का सीजन आ गया है, डीजल नहीं मिलेगा तो खेती भी प्रभावित होगी. छत्तीसगढ़ में धान, मक्का, कोदो, कुटकी, रागी बोने का सीजन आया है. ऐसे समय में डीजल नहीं होगा तो संकट में हम लोग फंस सकते हैं.


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