अबूझमाड़ के जंगल में है हूबहू `बाहूबली` फिल्म जैसा झरना, घुमक्कड़ों की पहुंच से दूर है यह स्वर्ग

Top Tourist Places In Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ के जंगलों में घूमने के लिए बहुत ही खूबसूरत जगह हैं. अच्छी बात यह है कि इन जगहों पर अब भी ज्यादा टूरिस्टों की भीड़ नहीं है. यहां प्राकृतिक सुंदरता का खजाना है. घने जंगल में होने की वजह से ये जगह बहुत प्रसिद्ध नहीं है. यहां आना हर किसी के लिए मुमकिन भी नहीं है. हालांकि, यहां जो कोई आता है वो अपने मन में इस जगह की खूबसूरती को मन में कैद करके ले जाता है.

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अबूझमाड़ का जंगल

प्राकृतिक सुंदरता से भरी यह जगह नए साल में घूमने के लिए एक बेस्ट ऑप्सन हो सकती है. यहां भीड़ कम होने से आपको शांति का अहसास होगा. अबूझमाड़ को छत्तीसगढ़ का चेरापूंजी के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि यहां पर बहुत बारिश होती है. यह एक अत्यंत दुर्गम इलाका है. अबूझमाड़ के नाम का मतलब है- अबूझ यानी जिसे न जान (बूझ) पाए, माड़ मतलब गहरी घाटियां या पहाड़. 

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भगवान राम ने बिताया वनवास

इस रहस्यमयी जगह पर शांति और प्राकृतिक सुंदरता को देखने और महसूस करने के लिए आ सकते हैं. छत्तीसगढ़ का चेरापूंजी यानी अबूझमाड़ कई जलप्रपात और जंगलों के बीच बसा यह छत्तीसगढ़ का खूबसूरत जंगल है. इसकी सुंदर छटा किसी का भी मन मोह लेगी. मान्यता है कि इस 5000 वर्ग किमी तक फैले जंगल में वनवास के दौरान भगवान श्री राम ने कई वर्ष बिताए थे.  

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अनसुलक्षे रहस्य

अबूझमाड़ जैसा नाम है वैसे ही यहां कई अनसुलझे राज हैं. अबूझमाड़ का जंगल भी इन्ही अनसुलझे राज का हिस्सा है. आज तक इस जंगल के राज को कोई नहीं समझ पाया है. ये जंगल बस्तर के नारायणपुर जिले में स्थित है. इसका कुछ हिस्सा महाराष्ट्र और कुछ आंध्र प्रदेश में है. गूगल मैप भी इस जंगल की जानकारी नहीं दे पाता है. आज तक इस जंगल कोई पूरा नहीं देख पाया. यहां कई आदिवासी जनजातियां रहती हैं. इस जंगल की पहेलियां आज भी अनसुलझी हैं.

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कच्चापाल जलप्रपात

प्रकृति की गोद में बसा कच्चापाल जलप्रपात में पानी 70 फीट की उंचाई से पत्थरों से टकराते हुए गिरता है. दूर से ही आकर्षक लगता है. कच्चापाल जलप्रपात घने जंगलों और पहाड़ों के बीच स्थित प्रकृति का मनमोहक नजारा दिखता है.

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कैसे पहुंचे कच्चापाल जलप्रपात

यहां पहुचने के लिए नारायणपुर से 20 किमी दूर कुंदला तक पक्की सड़क है. फिर वहां से 10 किमी कोहकामेटा तक कच्ची सड़क लेने के बाद 10 किमी कच्चा पहाड़ी रास्ता गया है. यहां तक 40 किमी का सफर तय करने के बाद ग्राम कच्चापाल पड़ेगा. यहां से 2 किमी का पैदल रास्ता है जो सीधा जलप्रपात के ऊपरी हिस्से में ले जाता है और फिर पहाड़ी रास्तों से नीचे उतरने पर कच्चापाल जलप्रपात दिखाई देता है. 

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हांदावाड़ा जलप्रपात

हांदावाड़ा जलप्रपात नारायणपुर जिला के ओरछा ब्लाक के अंतर्गत हांदावाड़ा में स्थित है. इस जलप्रपात की खूबसूरती इसकी ऊंचाई है, जिसे देखकर मानो ऐसा प्रतीत होता जैसै स्वर्ग धरती पर आ बसा हो. 300 फीट की ऊंचाई वाला यह वॉटरफॉल देखने लायक है.

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बहूबली फिल्म जैसा नजारा

कहा जाता है कि बाहूबली फिल्म का एक गाना यहीं शूट होना था, लेकिन किसी वजह से वह नहीं हो पाया था. फिल्म के मेकर्स को यह जगह पसंद आई थी.   हांदावाड़ा जलप्रपात की खूबसूरती को देखने के लिए आप यहां मौमसून के महीने में आ सकते हैं. इस झरने को देखने के लिए आपके बांस से बनी पुल को पार कर के आना होगा.    

 

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