Railway Scam in Raipur: रायपुर। रेलवे के वैगन रिपेयर शॉप में हुए अब तक के सबसे बड़े घोटाले की जानकारी रेलवे बोर्ड तक पहुंच गई है. रेलवे बोर्ड ने पत्र लिखकर रायपुर रेल मंडल से रिपोर्ट मांगी है. 10 बिंदुओं में यह रिपोर्ट 20 जनवरी तक रेलवे बोर्ड को भेजना होगा. जिसमें भारतीय रेल संहिता का भी उल्लेख किया गया है. इसके साथ ही वित्त विभाग की कार्यप्रणाली को लेकर भी जानकारी मांगी गई है. 


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6 लोगों को किया गया है गिरफ्तार
बता दें कि बीते दिनों रेलवे वैगन रिपेयर शॉप में 2 करोड़ रुपए के घोटाले की जानकारी सामने आई थी. जिसमें अधीक्षक रोहित पालीवाल समेत 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. माना जा रहा है कि अब रेलवे बोर्ड इस पूरे घोटाले की जांच सेंट्रल विजिलेंस टीम या सीबीआई से करवा सकती है. जिसके बाद इस पूरे मामले में रेलवे के कई अधिकारी जांच के दायरे में आ सकते हैं.


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एक बड़े अधिकारी पर संदेह
सूत्रों की मानें तो इस मामले में वित्त के एक और बड़े अधिकारी संदेही है. उनके रायपुर कारखाना में पदस्थापना के बाद से ही हेराफेरी का खेल चल रहा है. विभागीय कोष में जमा राशि का किस तरह उपयोग किया जा रहा है. उन पैसों से क्या हो रहा है. कौन और क्यों निकाल रहा है इस बात करा उन्होंने ऑडिट नहीं किया. इस कारण उनपर शक गहरा रहा है. हालांकि, उनके मिलीभगत पर आधिकारिक रूप से किसी ने कुछ नहीं कहा है.


किस तरह हुआ घोटाला
जानकारी के अनुसार, स्टेट बैंक के 4 खातों से 1 करोड़ 80 लाख डाले गए थे. इस खाते में अवार्ड सर्विस स्टांप, इप्रेस मनी और डीजल मद का पैसा आता है. इन पैसों को उन 10 अलग-अलग खातों में ट्रांसफर किया गया, जिनका यहां से कई संबंध ही नहीं था. इस खाते से पैसे ट्रांसफर करने के बाद इसमें महज 4 हजार रुपये बचे तब कही जाकर मामला सामने आया है, जिसके बाद रेलवे और पुलिस हरकत में आई और कार्रवाई शुरू हुई.


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