किशोर शिल्लेदार/राजनांदगांव: जिले के छुरिया में लगभग ढाई सालों से अटके पड़े मनरेगा भुगतान से आक्रोशित सरपंचों ने छुरिया जनपद कार्यालय में ताला जड़ दिया और जनपद कार्यालय के गेट पर प्रदर्शन करने बैठ गए. इस दौरान जनपद कार्यालय के भीतर एसडीएम सुनील कुमार नायक, जनपद कार्यालय के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तरुण देशमुख सहित लगभग 1 दर्जन से अधिक अधिकारी कर्मचारी घंटे भर बंधक रहे.


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भुगतान नहीं होने से कर्ज में दबे सरपंच
दिपावली को देखते हुए कर्ज में दबे क्षेत्र के कई सरपंच भुगतान की मांग को लेकर जनपद कार्यालय पहुंचे थे, लेकिन यहां भी उन्हें कोई संतुष्ट जवाब नहीं मिला. इसपर सरपंच संघ ने जनपद पंचायत कार्यालय में ताला लगा दिया. सरपंच संघ के अध्यक्ष धर्मेंद्र साहू व अन्य सरपंचों ने कहा कि राशि भुगतान नहीं होने से उन्हें आए दिन ठेकेदार रुपयों के लिए परेशान करते हैं. घर पर आकर गाली गलौज भी करते हैं.


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ठेकेदार करते हैं बुरा बर्ताव
सरपंच संघ ने कहा कि ठेकेदारों का अपने रुपए मांगना वाजिब है, लेकिन विभाग के द्वारा रुपए जारी नहीं करना सरपंचों के लिए मुसीबत का सबब बना हुआ है. उन्होंने कहा कि कुछ सरपंचों ने अपनी जमीन जायदाद बेचकर ठेकेदारों का भुगतान किया है. सरपंच संघ अध्यक्ष धर्मेंद्र साहू ने कहा कि कई सरपंच 20 से 30 लाख तक कर्ज में डूबे हुए हैं.


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अधिकारियों ने दी ये सफाई
सरपंचों के इस प्रदर्शन को लेकर जनपद पंचायत के सीईओ तरुण देशमुख ने कहा कि जो भी तकनीकी समस्या है उससे उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है. वहीं इस मामले में एसडीएम सुनील कुमार नायक ने कहा कि सॉफ्टवेयर संबंधित कोई दिक्कत होगी, जिसे ठीक करने का प्रयास किया जा रहा है. हमारी कोशिश है कि जल्द से जल्द भुकतान करा दिया जाए.


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सब्ब्ल से तोड़ा गया ताला
सरपंचों द्वारा जनपद कार्यालय के मुख्य द्वार पर ताला जड़ने की जानकारी मिलने पर छुरिया तहसीलदार अनिरुमा टोप्पो तत्काल जनपद पंचायत कार्यालय पहुंची, लेकिन सरपंचों से चाबी नहीं मिलने पर उन्होंने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद मौके पर आए पुलिस अधिकारियों ने उन्हें समझाया, लेकिन वो नहीं माने तो उन्होंने आखिरी में सब्बल से ताला तोड़कर कर्मचारियों को बाहर निकाला.