हे! राम, कितने रामः राममय बघेल सरकार, कांग्रेस बोली सीना चीर के देखेंगे तो भगवान राम दिखेंगे
छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार को दो साल पूरे हो गए. इस मौके पर सीएम भूपेश बघेल अपने मंत्रियों के साथ चंदखुरी पहुंचे कौशल्या मंदिर में दर्शन किए. इस दौरान पूरी सरकार राममय नजर आयी.
रायपुरः छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार को 2 साल पूरे हो गए. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सभी कैबिनेट मंत्रियों के साथ सरकार की दूसरी वर्षगांठ मनाने चंदखुरी पहुंचे. चंदखुरी को भगवान राम का ननिहाल माना जाता है. जहां माता कौशल्या का प्राचीन मंदिर है. यहां माता कौशल्या की गोद में बैठे भगवान राम की प्रतिमा मौजूद है. खास बात यह है कि चंदखुरी में पूरी सरकार राममय नजर आई. जहां मुख्यमंत्री सहित कई मंत्रियों ने राम की अलग-अलग व्याख्या की.
वोट मांगने के लिए राम का सहारा लिया जा रहाः CM बघेल
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि सरकार के दो साल पूरे होने पर हम माता कौशल्या की गोद में हैं, माता कौशल्या किसी भी परिस्थिति में विचलित नहीं हुईं. यही गुण छत्तीसगढ़ के लोगों में भी दिखते हैं. वनवास में भगवान राम कहीं भी जा सकते थे, लेकिन वे छत्तीसगढ़ आए ,क्यूंकि बच्चा मां-बाप से नाराज होकर अपने ननिहाल ही जाता है. सीएम ने कहा कि सतयुग में कालनेमि ने भी सोने के हिरन के लिए राम का नाम लिया था, अब जिनको वोट लेना है, वो भी राम का नाम लेते हैं. लेकिन हमारे लिए तो राम जन-जन में व्याप्त हैं, छत्तीसगढ़ को विश्व पटल पर लाने का हमारा प्रयास है. हमारी पहचान या तो भिलाई स्टील प्लांट थी, या नक्सली राज्य, लेकिन दो सालों में प्रदेश की पहचान किसान के प्रदेश के तौर पर बनी है. देश की राजधानी को किसान घेर के बैठे हैं, लेकिन छत्तीसगढ़ के किसान खुश हैं, अगर केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ के किसान योजना को अपना ले तो आंदोलन कल वापस हो जाए.
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हमारे और उनके राम में मूलभूत अंतर हैः रविंद्र चौबे
कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि भाजपा कहती है, कांग्रेस राम की शरण में जा रही है, लेकिन वह भाजपा से कहना चाहते है कि जो समझ सकता है, उसे ही समझाया जा सकता है. हम कौशल्या के राम, शबरी के राम, निषाद राज के राम की पूजा करते हैं. लेकिन भाजपा के लिए राम वोट के, नोट के और चोट के राम हैं, हमारे राम और उनके राम में मूलभूत अंतर है.
कांग्रेस नेताओं के घर में राम मंदिर हैंः मंत्री ताम्रध्वज साहू
गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि 2 साल में हमने जनता की सेवा का काम किया है, 2 साल के कार्यकाल में ही चंदखुरी में माता कौशल्या के मंदिर का पुनर्निर्माण और रामवनगमन पथ के लिए जो काम मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया है उसके लिए वे बधाई के पात्र हैं. लेकिन भगवान राम हमारे लिए पूज्यनीय हैं. हम राम के नाम की रोटी नहीं सेकते, हमारे राम कौशल्या के राम हैं, भाजपा नेताओं के घर में राम का मंदिर नहीं हैं, लेकिन कांग्रेस नेताओं और सभी मंत्रियों के घर में मंदिर हैं, इससे साबित होता है, कौन असल रामभक्त है.
सीना चीर के देखेंगे तो भगवान राम दिखेंगेः मंत्री शिव डहरिया
मंत्री शिव डहरिया ने भी राम की व्याख्या अलग अंदाज में की. उन्होंने कहा कि हम राम के नाम पर राजनीति नहीं करते. लेकिन भगवान राम तो हम कांग्रेसियों के दिल में बसे हैं, अगर कांग्रेसियों का सीना चीर के देखेंगे तो भगवान राम दिखेंगे.
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राममय दिखेंगी बघेल सरकार
सीएम भूपेश बघेल ने सरकार के दो साल पूरे होने पर राम वनगमन पथगमन बाइक रैली का आयोजन 14 दिसंबर को सुकमा जिले के रामराम और कोरिया जिले के सीतामढ़ी-हरचौका से किया था.
आज चंदखुरी में ही रामवन पथगमन बाइक रैली का समापन भी किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित पूरा मंत्रिमंडल शामिल हुआ. खास बात यह है कि इस दौरान सरकार का पूरा फोकस राम पर रहा. यानि बघेल सरकार राममय नजर आई.
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