प्रदीप शर्मा/भिंडः प्रदेश में हुए तबादलों को लेकर विपक्षी कांग्रेस सरकार पर हमलावर हो गई है. बता दें कि भिंड में दो पूर्व मंत्रियों और कांग्रेस नेताओं चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी और डॉ. गोविंद सिंह ने अलग-अलग प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जिले में शिक्षक, पटवारी, पंचायत सचिवों के तबादलों को लेकर सरकार पर निशाना साधा है. उल्लेखनीय है कि प्रदेश सरकार ने शनिवार को राज्य में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल करते हुए 14 जिलों के कलेक्टर और 11 जिलों के एसपी बदलने का आदेश भी जारी कर दिया. 


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पूर्व मंत्री ने लगाए ये आरोप
पूर्व मंत्री चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी ने आरोप लगाया कि जिले में राजनीतिक परिवारों के नौकरी पेशा लोगों और जाति विशेष को टारगेट करके तबादले किए गए हैं. उन्होंने कहा कि जिस तरह पहले सजा के तौर पर कर्मचारियों और अधिकारियों के झाबुआ में ट्रांसफर किए जाते थे, अब उसी तरह से अटेर, भिंड और मेहगांव विधानसभा से कर्मचारियों के लहार विधानसभा में तबादले किए गए हैं. पूर्व मंत्री ने आरोप लगाया कि इन तबादलों के पीछे वजह उन राजनीतिक परिवारों को प्रताड़ित करना है, जिनका सपोर्ट कांग्रेस को रहा है. 


राकेश सिंह ने ये भी कहा कि ट्रांसफर नीति का भी उल्लंघन किया गया है. इसकी वजह बताते हुए उन्होंने कहा कि जिले में 8 हजार शिक्षक हैं, उनमें से 2 हजार शिक्षकों के ट्रांसफर कर दिए गए हैं. जबकि ट्रांसफर नीति के तहत 5 प्रतिशत कर्मचारियों का ही तबादला किया जा सकता है. ऐसे में अधिकतम 400 लोगों का ही ट्रांसफर होना चाहिए था. उन्होंने कहा कि वह इसकी शिकायत मुख्य सचिव और सीएम शिवराज से करेंगे. 


वहीं कांग्रेस के पूर्व मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह ने थोक में हुए तबादलों पर सामान्य वर्ग को प्रताड़ित करने का सरकार पर सीधा आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि भिंड जिले में सामान्य वर्ग नौकरीपेशा लोगों की संख्या 15 प्रतिशत है लेकिन 80 प्रतिशत के तबादले कर दिए गए हैं. पूर्व मंत्री ने ट्रांसफर नीति में कर्मचारियों से अवैध वसूली का गंभीर आरोप भी लगाया.