बाढ़ पर सियासी बवाल: कांग्रेस ने CM शिवराज के हवाई सर्वे को बताया पर्यटन, BJP ने याद दिलाए कमलनाथ के दौरे
मध्य प्रदेश में भारी बारिश और बाढ़ ने लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार बाढ़ ग्रस्त इलाकों का दौरा कर हालातों का जायजा ले रहे हैं…इस दौरे को लेकर ही सियासत शुरू हो गई है. कांग्रेस ने मुख्यमंत्री के बाढ प्रभावित इलाकों में हवाई सर्वे पर सवाल उठाए हैं.
भोपाल : मध्य प्रदेश में भारी बारिश और बाढ़ ने लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार बाढ़ ग्रस्त इलाकों का दौरा कर हालातों का जायजा ले रहे हैं…इस दौरे को लेकर ही सियासत शुरू हो गई है. कांग्रेस ने मुख्यमंत्री के बाढ प्रभावित इलाकों में हवाई सर्वे पर सवाल उठाए हैं. वहीं बीजेपी ने भी कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार किया है.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के हवाई दौरे को लेकर कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री जी नियंत्रण कर रहे हैं या पर्यटन कर रहे हैं पहले आप जनता को यह बताइए. कांग्रेस नेता ने कहा कि जब तैयारी करनी थी तब क्या सरकार सो रही थी.उस वक्त लोगों को रेस्क्यू कर लिया जाता, गांवों को खाली करवा दिया जाता, तो आज यह स्थिति नहीं बनती.
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वहीं कांग्रेस के आरोपों पर सत्तारूढ़ बीजेपी ने पलटवार किया है. बीजेपी प्रवक्ता राहुल कोठारी ने कहा कि कांग्रेस को ऐसे समय राजनीति नजर आ सकती है, लेकिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की संवेदनशीलता से जनता वाक़िफ़ है. मुख्यमंत्री जी खुद पूरी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं. उन्होंने पूर्व की कमलनाथ सरकार को घेरते हुए कहा कि कांग्रेस की 15 महीने की सरकार मे मुख्यमंत्री रहते कमलनाथ जी AC कमरों से बाहर नहीं निकले, कभी किसानों के खेत मे नहीं उतरे. कमलनाथ जी ने मुख्यमंत्री रहते प्रदेश के एक चौथाई जिलों का भी दौरा नहीं किया.
आपको बता दें कि सीएम शिवराज ने होशंगाबाद और नसरुल्लागंज क्षेत्र के बाढ़ग्रस्त इलाकों के निरीक्षण किया. इससे पहले शनिवार को भी सीएम शिवराज सिंह चौहान ने होशंगाबाद, सीहोर और रायसेन जिलों के बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा किया था. बाढ़ में फंसे लोगों की हर संभव मदद किया जा सके, इसलिए सीएम ने सेना से 5 हेलीकॉप्टर भी मांगे थे. सेना की तरफ से बाढ़ में फंसे लोगों का लगातार एयरलिफ्ट किया जा रहा है. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की मदद से अबतक 8 हजार से ज्यादा लोगों को निकाला जा चुका है.
बाढ़ग्रस्त इलाकों के लिए सीएम ने आज समीक्षा बैठक भी बुलाई थी. उन्होंने कहा कि राहत की बात कि अभी पानी थम गया है. लेकिन अभी भी पानी ऊपरी हिस्सों से निचले हिस्सों में आ रहा है. इसलिए हमे सतर्क रहने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि मौसम विभाग ने आज भी रतलाम, शाजापुर और देवास सहित पूरे पश्चिमी मध्य प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश के चलते बाढ़ आ गई है. राज्य में यह 1999 के बाद पहला मौका है, जब इतने लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. अभी राज्य के 40 जिलों में 12 सौ लोगों के फंसे होने की खबर है.
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