MP में शहर-शहर बाढ़ का कहर: नर्मदा ने धारण किया विकराल रूप, अहिल्या किले में घुसा पानी
Advertisement
trendingNow1/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh737736

MP में शहर-शहर बाढ़ का कहर: नर्मदा ने धारण किया विकराल रूप, अहिल्या किले में घुसा पानी

ओंकारेश्वर बांध के 21 गेंट खोल दिए गए हैं. बढ़ते के खतरे को देखते हुए प्रशासन की तरफ से बाढ़ग्रस्त इलाकों में लोगों से नहीं जाने की अपील की जा रही है. जिला प्रशासन द्वारा निचली बस्तियों को भी खाली कराया जा रहा है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है. 

नर्मदा नदी का जलस्तर 167 मीटर तक पहुंचा

खरगोन: मध्य प्रदेश में भारी बारिश से हालात खराब हो गए हैं. खरगोन में नर्मदा नदी का जलस्तर 167 मीटर तक पहुंच चुका है. इसलिए जिले के नर्मदा पट्टी वाले इलाकों को हाई अलर्ट घोषित कर दिया है. प्रदेश के कई हिस्सों का पानी नर्मदा नदी में छोड़ा जा रहा है. जिससे बड़माह नर्मदा पुल डूब गया है. वहीं. महेश्वर में अहिल्या किले तक पानी पहुंच गया है.

fallback

ओंकारेश्वर बांध के 21 गेंट खोल दिए गए हैं. बढ़ते के खतरे को देखते हुए प्रशासन की तरफ से बाढ़ग्रस्त इलाकों में लोगों से नहीं जाने की अपील की जा रही है. जिला प्रशासन द्वारा निचली बस्तियों को भी खाली कराया जा रहा है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है. 

MP: कई जिलों में बारिश से हाहाकार, भोपाल में रेलवे ट्रैक पर भरा पानी, रायसेन में टापू पर फंसे लोग

खतरे को देखते हुए इंदौर-इच्छापुर स्टेट हाइवे पर आवागमन कल तक के लिए बंद कर दिया गया है. यहां का सांई मंदिर पूरी तरह डूब गया है. इस इलाके में लोगों के दुकाने में भी पानी भर गए हैं. एनडीआरएफ की टीम द्वारा दुकानों का सामान निकालकर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है.

MP: कई जिलों में बारिश से हाहाकार, भोपाल में रेलवे ट्रैक पर भरा पानी, रायसेन में टापू पर फंसे लोग

आपको बता दें कि मध्य प्रदेश भारी के चलते नर्मदा सहित कई नदियां उफान पर हैं. इसके होशंगाबाद और रायसेन जिले के हालत सबसे ज्यादा खराब है. बाढ़ग्रस्त इलाकों से लोगों का रेस्क्यू किया जा सके, इसके लिए सेना की भी मदद ली जा रही है. 

सीएम शिवराज सिंह चौहान होशंगाबाद और नसरुल्लागंज क्षेत्र के बाढ़ग्रस्त इलाकों के निरीक्षण के लिए रवाना हो गए हैं. राज्य में यह 1999 के बाद पहला मौका है, जब इतने लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. राज्य के 40 जिलों में 12 सौ लोगों के फंसे होने की खबर है.

बाढ़ग्रस्त इलाकों के लिए सीएम ने आज समीक्षा बैठक भी बुलाई थी. उन्होंने कहा कि राहत की बात कि अभी पानी थम गया है. लेकिन अभी भी पानी ऊपरी हिस्सों से निचले हिस्सों में आ रहा है. इसलिए हमे सतर्क रहने की जरूरत है.

राजधानी में भारी बारिश के चलते औबेदुल्लागंज-इटायाकला के बीच शनिवार रात 9:15 मिनट पर पानी लग गया. इसकी वजह से यहां अप और डाउन दोनों ट्रैकों को बंद कर दिया गया है. साथ ही यहां से जाने वाली तीन ट्रेनों का रूट भी परिवर्तित कर दिया गया है और गाड़ी संख्या 02534 (पुष्पक एक्सप्रेस) और गाड़ी संख्या 02542 (गोरखपुर एलटीटी एक्सप्रेस) को इटारसी, जबलपुर, कटनी मुड़वारा, मालखेड़ी, आगासोत, झांसी के रास्ते चलाया गया. 

आगर-मालवा जिले में अब भी रहरहकर बारिश हो रही है. लगातार बारिश के चलते पाठ ग्राम के समीप पुलिया पर पानी लग गया है. जिसके चलते आगर-मालवा-उज्जैन मार्ग को बंद कर दिया गया है. इससे हाइवे पर वाहनों की लंबी कतारे लग गई हैं. 

खंडवा जिले में नर्मदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. जिसके कारण खंडवा से इंदौर को जोड़ने वाला मोरटक्का पुल पानी में डूब चुका है और आवागमन पूरी तरह बंद कर दिया गया है. खंडवा से इंदौर जाने वाले लोगों को खरगोन के रास्ते बायपास किया जा रहा है.

Watch Live TV-

Trending news