नई दिल्ली: दिल की बीमारी (Heart attack) की वजह से हर साल लाखों लोगों की मौत होती है. दिल से जुड़ी बीमारियों का शिकार न सिर्फ बुजुर्ग बल्कि युवा भी तेजी से हो रहे हैं. लोगों का बदलता लाइफस्टाइल इसकी सबसे बड़ी वजह है. लेकिन कोरोना वायरस (Coronavirus) की चलते हार्ट अटैक का खतरा कम हुआ है. लॉकडाउन (Lockdown) में आपका दिल और स्वस्थ हुआ है. कोरोना के चलते हार्ट अटैक में कमी देखने को मिली है. क्योंकि लोग अपने घरों पर हैं और वे घरों में रहकर घर से बाहर के तमाम तनावों से महफूज़ हैं.


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दरअसल, महामारी के इस दौर में हार्ट अटैक के मामलों में 30 से 70 फीसद कमी आई है. अस्पतालों में हार्ट अटैक के मरीजों की संख्या इस वक्त बहुत कम है. अमेरिका, भारत, स्पेन और चीन समेत दुनिया के कई देशों में हार्ट अटैक के मामलों में कमी आई है.


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न्यूयॉर्क के माउंट सिनाई हार्ट में ऑपरेशंस एंड क्वॉलिटी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट समिन के शर्मा के मुताबिक कोरोना का चलते लॉकडाउन में लोग आम लोगों की मानसिक और शारीरिक सेहत में सुधार आया है, क्योंकि ज्यादा तर लोग इस वक्त अपने घरों पर हैं और घर पर रहने से ऑफिस से जुड़े काम का तनाव कम हुआ, रेस्टोरेंट कम जाने और घर का खाना खाने से भी फर्क़ पड़ा, वायु प्रदूषण कम होने और ट्रैफिक में फंसने जैसे कामों के चलते लोगों की सेहत में बेहतरी आई है.


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