प्रमोद शर्मा/भोपालः कोरोना वायरस की तीसरी लहर को देखते हुए वैक्सीनेशन प्रोग्राम जोर-शोर से चल रहा है. बता दें कि प्रदेश की 53 फीसदी आबादी को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है. हालांकि दूसरी डोज लेने वाले लोगों की संख्या में काफी अंतर देखने को मिल रहा है. प्रदेश में अभी तक सिर्फ 10 फीसदी आबादी ने ही कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लग सकी है. 


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43 फीसदी का अंतर
एमपी में कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लेने वाले लोगों और दूसरी डोज लेने वाले लोगों में 43 फीसदी का अंतर है. राज्य में अब तक कुल 2 करोड़ 93 लाख आबादी को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है. वहीं दूसरी डोज लेने वाले लोगों का आंकड़ा 57 लाख है. यही वजह है कि अब स्वास्थ्य विभाग दूसरी डोज लगाने पर अपना फोकस कर रहा है. 


प्रदेश सरकार भी लोगों को दूसरी डोज के लिए व्यापक स्तर पर अभियान चलाने जा रही है ताकि इस अंतर को कम किया जा सके.


मध्य प्रदेश पब्लिक रिलेशन डिपार्टमेंट ने एक बयान जारी कर कहा था कि 28 जुलाई को राज्य में एक ही दिन में 10 लाख से ज्यादा लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई गई थी. सीएम शिवराज ने भी ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी थी और खुशी जाहिर की थी. प्रदेश में इंदौर में सबसे ज्यादा वैक्सीनेशन हुआ है. इसके बाद भोपाल, जबलपुर का नंबर आता है.