संदीप भम्मरकर/भोपाल: मध्य प्रदेश में कोरोना की वैक्सीन लगाने की तैयारी पूरी कर ली गयी है. ये वैक्सीन 13 जनवरी बुधवार को सुबह भोपाल पहुंचेगी. वैक्सीनेशन का काम 16 जनवरी को सुबह 9 बजे से शुरू होगा. सबसे पहले भोपाल समेत इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर में वैक्सीन पहुंचेगी, जिसके बाद इसे 24 घंटे में हर जिले में पहुंचाया जाएगा. इसके लिए हेल्थ वर्कर्स को चिन्हित कर लिया है. कुल 4 लाख 80 हजार हेल्थ वर्कर्स रजिस्टर्ड हैं, जबकि 5 लाख वैक्सीन एमपी में मौजूद रहेंगी. 


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एमपी के पास 7.20 करोड़ स्टोरेज कैपिसिटी
मध्य प्रदेश सरकार ने कुल 1149 वैक्सीनेशन पॉइंट बनाए हैं, जहां वैक्सीनेशन का काम किया जाएगा. सरकार ने 4 करोड़ 20 लाख वैक्सीन स्टोरेज का इंतजाम कर रखा है. ये वैक्सीन कोल्ड स्टोरेज में रखे जाएंगे. जिन बॉक्स में इन्हें सप्लाई किया जाएगा, उसमें तापमान का खास ध्यान रहेगा. निर्धारित तापमान की सीमा पार करते ही कोविन सॉफ्टवेयर के जरिये निगरानी अमले को इसकी जानकारी लग जाएगी. 


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20 लाख एक्सट्रा डोज रहेंगे
 कोविन सॉफ्टवेयर की निगरानी के लिए स्टेट लेवल और डिस्ट्रिक्ट लेवल टीमें गठित की गई हैं. एमपी को पहले चरण के लिए 5 लाख वैक्सीन की खेप मिल रही है. 20 लाख एक्स्ट्रा डोज एमपी के पास रहेंगे. इनका उपयोग सरकार तय करेगी. 


ऐसा रहेगा सप्लाई सिस्टम
एमपी में सबसे पहले भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर में वैक्सीन का स्टोरेज किया जाएगा. यहां पहली खेप 13 जनवरी की सुबह पहुंच जाएगी. इसके बाद 14 जनवरी अन्य जिलों में वैक्सीन पहुंचायी जाएगी. 15 जनवरी को जिलों से टीकाकरण सेंटर पर वैक्सीन पहुंचेगी. 16 नवंबर से वैक्सीनेशन काम शुरू हो जाएगा. ये पूरी सप्लाई 'चैन कोल्ड चैन' कहलाएगी. एमपी के स्वास्थ्य विभाग में टीकाकरण के लिए लगी टीम इसमें काम करेगी. यही टीम बच्चों को वैक्सीन लगाने के लिए काम करती रही है. 


'हम पूरी तरह तैयार'
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि पहली बार वयस्कों के लिए टीकाकरण होगा. पूरे अमले और सप्लाई की ट्रेकिंग की ऑनलाइन मॉनीटरिंग मुमकिन होगी. हमने ड्राय रन में पूरी तैयारी देख ली है. हमारा अमला पूरी तरह तैयार है. गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि प्रदेश को मिलने वाली 5 लाख वैक्सीन में 4 लाख 80 हजार कोवैक्सीन है. इसके साथ ही 20 लाख कोविशील्ड भी एमपी को दी जा रही है. 


सबसे पहले 4 लाख 80 हजार हेल्थ वर्कर्स को लगेगी वैक्सीन
केंद्र की गाइड लाइन के मुताबिक सबसे पहले उन हेल्थ वर्कर्स को वैक्सीन लगायी जाएगी, जो कोरोना मरीजों के लगातार संपर्क में रहते हैं. स्वास्थ्य विभाग के इस अमले की तादाद प्रदेश में 4 लाख 80 हजार है. इन सभी का रजिस्ट्रेशन किया जा चुका है. इसके बाद फ्रंट लाइन वर्कर्स को टीका लगेगा. इनमें निकाय कर्मचारी, पुलिस कर्मचारी समेत वो लोग होंगे, जो कोरोना काल में भी काम करते रहे हैं. इसके बाद 50 साल से अधिक उम्र के लोगों का नंबर आएगा. इसके बाद आम लोगों का टीकाकरण होगा. टीकाकरण में दो डोज होंगे, दूसरा डोज पहले डोज लगाने के ठीक 28 दिन बाद लगाया जाएगा. पहले चरण 5 दिन में पूरा होगा. दूसरा चरण 4 दिन में ही खत्म हो जाएगा. 


पूरी दुनिया भारत का लोहा मान रही -विश्वास सारंग
प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि वैक्सीन के पहले डोज के 14 दिन बाद एंडीबॉडीज डेवलप होते हैं. कुछ लोग वैक्सीन के बारे में भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं कि इससे कुछ नहीं होगा, लेकिन ये वैक्सीन भारतीय वैज्ञानिकों ने तैयार की है. उन पर शक करना ठीक नहीं है. पूरी दुनिया भारत का लोहा मान रही है.


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