मथुरा: उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद के एक गांव से गायब चल रहे एक युवक को जब पुलिस ने 16 दिन बाद लखनऊ से बरामद कर लिया तो वह मथुरा वापस लाए जाने के बाद छत्तीसगढ़ की अपनी प्रेमिका से शादी करने पर अड़ गया. पहले तो उसके परिजन उसकी मांग पूरी करने को राजी न हुए लेकिन उसकी जिद देखकर अंत में थक-हारकर उसकी शादी को रजामंदी देनी पड़ी और उसने भी वहीं थाने में शादी कर पुलिस वालों सहित सभी बुजुर्गों से आशीर्वाद लिया. 


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थाना प्रभारी प्रमोद पवार ने बताया, पिछले महीने जिरौली निवासी युवक विकास अचानक घर से गायब हो गया. उसने घर से जाने के बारे में किसी को भी कोई जानकारी नहीं दी. इस पर परेशान हाल परिजनों ने थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज करा दी. उन्होंने बताया, पुलिस ने उसकी तलाश शुरु कर सबसे पहले उसका मोबाइल सर्विलांस पर लगा दिया. उन्हें जल्द ही पता चला कि वह लखनऊ पहुंच गया है. पुलिस ने 16 दिन की तलाश के बाद उसे लखनऊ से बरामद कर लिया.


उन्होंने बताया, जब पुलिस उसे लेकर थाने पहुंची तो उसके पीछे-पीछे उसकी प्रेमिका कुसुम भी उसका पता लगाते वहां पहुंच गई. कुसुम ने वहां पहुंचते ही ऐलान किया कि वह अब उससे शादी करके ही जाएगी. विकास भी अड़ गया कि वह उसके बिना रहेगा. तब पुलिस व उसके घरवालों को मालूम पड़ा कि आखिर वह घर से भाग क्यों गया था. पवार ने बताया, विकास के परिजन उन दोनों के विवाह के लिए तैयार नहीं थे. वे अपनी जाति से बाहर छत्तीसगढ़ की युवती से शादी नहीं करना चाहते थे. परंतु, विकास ने भी घरवालों से कह दिया कि अगर वे कुसुम के साथ उसकी शादी नहीं होने देंगे, तो जिंदा ही नहीं रहेगा. उसके इस दांव पर घरवालों को भी हथियार डालने पड़े. 


उन्होंने बताया कि पुलिस ने थाने में ही दोनों का मिलन कराकर भगवान कृष्ण की प्रतिमा के समक्ष मालाएं बदलवाकर विवाह संपन्न करा दिया और कुसुम तथा विकास ने वहां उपस्थित सभी पुलिसकर्मियों तथा परिवार वालों का आशीर्वाद प्राप्त किया और सभी खुशी-खुशी घर लौट गए. थाना प्रभारी ने बताया, युवती के परिजनों से बात की गई थी. उन्होंने तुरंत न आ पाने की बात रख बेटी को शादी करने के लिए रजामंदी दे दी थी. दोनों ही युवक-युवती बालिग थे. इसलिए विवाह करा कर हमेशा के लिए समस्या का पटाक्षेप करा दिया गया.