MP Crime News: चन्द्रशेखर सोलंकी/रतलाम। मध्य प्रदेश में भले डाकुओं का आतंक खत्म हो गया हो. लेकिन, कभी शातिर बदमाशों की आतंक से तो कभी किसी के आतंक से पब्लिक परेशान रहते हैं. इस बीच सवाल उठता है पुलिस की व्यवस्था पर. कुछ ऐसा ही हो रहा है प्रदेश के रतलाम जिले में जहां कंजरों के टेरर से परेशान लोग इन दिनों हथियारों का लाइसेंस बनवा रहे हैं. उनका कहना है कि वो ऐसा अपनी आत्मरक्षा के लिए कर रहे हैं.


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आलोट क्षेत्र में बड़ी समस्या
रतलाम के आलोट क्षेत्र में कंजर टेरर बढ़ता जा रहा है. हालात यह कि अब ग्रामीणों में भय का माहौल है. पुलिस से रक्षा की उम्मीद छोड़ स्वयं आत्मरक्षा के लिए बंदूकों के लाइसेंस बनवा रहे हैं. आलोट के गांव थूरिया के 9 ग्रामीणों ने जनसुनवाई में आवेदन दिया कि उन्हें बंदूक का लाइसेंस दिया जाए. इतना ही नही बंदूक लाइसेंस के लिए आवेदन भी ग्रामीणों ने कर दिए हैं, एसपी कार्यालय पर भी कंजरों के आतंक से भय का माहौल होने की शिकायत की है.

थूरिया गांव से करते हैं एंट्री
सबसे ज्यादा भय थूरिया गांव में है. यह राजस्थान बॉर्डर के समीप है और कंजर यहां आए दिन आकर अवैध वसूली करते है रुपयों की मांग करते हैं और नहीं देने पर मारपीट करते हैं. थूरिया ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस भी यहां काफी देरी से पहुंचती है. इसलिए गांव थूरिया में एक पुलिस चौकी भी होना चाहिए. इससे कंजरों द्वारा घटना करने पर पुलिस जल्द मौके पर पहुंच सके.

अवैध वसूली से ग्रामीण परेशान
ग्रामीणों ने बताया कि कुछ दिन पहले ही कंजर अवैध वसूली करने आए थे. ग्रामीणों ने ही पकड़ कर 1 कंजर को पुलिस के हवाले किया. ग्रामीणों ने बताया कि 6 माह में एक बार कंजरों को 6 से 10 हजार देना पड़ता है. नहीं देने पर मारपीट और लूट करते हैं. देर शाम के बाद गांव से आना जाना मुश्किल है. खेतों पर जाने में भी डर लगता है. इसलिए अब हम खुद आत्मरक्षा के लिए बंदूक के लाइसेंस ले रहे हैं.

कंजरों की धरपकड़ की कोशिश
इधर एसपी का कहना है की कंजरों की धरपकड़ की कोशिश की जा रही है. पास के जिलों के एसपी से भी चर्चा हुई है. जल्द कार्रवाई होगी और गिरफ्तारी होगी तो आम जन में भी पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ेगा.

बतादें की कंजरों के डेरे राजस्थान आलोट के पास लगी राजस्थान सीमा में हैं. ये कंजर राजस्थान सीमा से जंगल के रात को एमपी के आलोट के गांवों के घुसकर लूटपाट अवैध वसूली करते हैं और दोबारा राजस्थान सीमा में चले जाते हैं. पुलिस पर भी कंजर हमला करने से नही चूकते है.