Damoh News: `पुष्पा` स्टाइल में सागौन तस्करी, साली नदी में बहती मिलीं किमती लकड़ियां
Wood Smuggling Like Pushpa Movie: दमोह (Damoh News) में लकड़ी तस्करियों ने अल्लु अर्जुन (Allu Arjun) की फिल्म पुष्पा की तर्ज पर तस्करी की घटना को अंजाम दिया है. वन विभाग द्वारा लकड़ियों को जब्त करने का काम चल रहा है. अधिकारियों का कहना है कि तस्करी की घटना तो आम है पर इस प्रकार की तस्करी पहली बार देखने को मिली है.
Wood Smuggling In Damoh: महेंद्र दुबे/दमोह। आप सभी ने अल्लु अर्जुन (Allu Arjun) की फिल्म पुष्पा (Pushpa Movie) तो देखी ही होगी. पुष्पा फिल्म में एक सीन काफी फेमस हुआ था जिसमे पुष्पा राज शेषाचलम के जंगल से लाल चंदन की लकड़ियों की तस्करी (Wood Smuggling) करता है और कैसे ये लकड़ियां भारत से चीन होते हुए जापान पहुंचती है. ऐसा ही एक मामला हकीकत में मध्य प्रदेश के दमोह जिले में सामने आया है. जहां साली नदी (Sali River) में बहती हुई सागौन की लकड़ियां मिली हैं.
क्या है मामला
दमोह की साली नदी से सागौन की लकड़ी की तस्करी की वारदात देखने को मिली है. दरअसल इस इलाके में भारी बरसात होने के कारण सारे नदी नाले उफान पर है. इस बारिश से आम जानता परेशान है पर जंगल माफिया के लिए उफनती नदियां वरदान साबित हो रही है.
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सागौनी फारेस्ट रेंज से व्यारमा नदी होकर गुजरती है. इस रेंज के बरहट घाट पर लोगो ने कुछ लकड़ियां बहती देखी तो वन विभाग को सूचित कर दिया. वन विभाग ने इस सूचना को गंभीरता से लिया. नदी में इमारती लकड़ी भी बहती देखी गई. देखने के बाद विभाग के लोगों ने नदी से लकड़ी निकालनी शुरू की तब पता चला कि ये सागौन की लकड़ी है.
वन विभाग की कार्रवाई
विभाग ने जब जांच में पाया की ये सागौन की लकड़ी है तब उनके होश उड़ गए. अधिकारियों को जल्द ही समझ आ गया की तस्करों ने जंगल से लकड़ी काट कर उन्हें गाड़ियों से परिवहन न कर नदी के सहारे ले कर जा रहे थे. शाम से शुरू हुए नदी ऑपरेशन में रात भर वन विभाग की टीम नदी में लकड़ियां पकड़ते रही. अब तक लाखों की लकड़ी बरामद की गई है.
वन विभाग के डीएफओ महेंद्र सिंह ऊइके के मुताबिक बड़ी तादात में लकड़ी बरामद की गई है जिसे सागौन रेंज में रखा गया है. अभी भी नदी में बहकर लकड़ी की आने की उम्मीद है. लिहाजा नदी के आसपास स्टाफ तैनात किया गया है.
ऐसी और भी घटनाएं हुई हैं
महेंद्र सिंह ऊइके बताते है कि इस तरह लकड़ी की तस्करी करना पुराना तरीका है. लेकिन, आम लोगों को पुष्पा फिल्म देखने के बाद ये तरीका अच्छे से समझ आया है. दमोह में लंबे समय के बाद तस्करों ने ये तरीका अपनया है जो बड़ी चिंता का विषय है. मध्य प्रदेश में तस्करी हमेशा ही एक चुनौती बनी रहती है. इसे लेकर प्रशासन सख्त कार्रवाई भी करता रहता है.
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