16 बॉक्स में 400 रेमडेसिविर इंजेक्शन के साथ डॉक्टर पकड़ाया, कालाबाजारी की आशंका
इंदौर क्राइम ब्रांच ने 400 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के साथ एक युवक को पकड़ा है. ये नकली इंजेक्शन हिमाचल प्रदेश की किसी कंपनी के बताए जा रहे हैं. क्राइम ब्रांच ने खंडवा रोड से डॉ. विनीत त्रिवेदी नाम के युवक को गिरफ्तार किया है.
इंदौर: इंदौर क्राइम ब्रांच ने 400 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के साथ एक युवक को पकड़ा है. ये नकली इंजेक्शन हिमाचल प्रदेश की किसी कंपनी के बताए जा रहे हैं. क्राइम ब्रांच ने खंडवा रोड से डॉ. विनीत त्रिवेदी नाम के युवक को गिरफ्तार किया है. क्राइम ब्रांच ने जिला प्रशासन और ड्रग विभाग को नकली इंजेक्शन की जानकारी दी, टीम को डॉ. विनीत की फार्मा कंपनी की भी जानकारी मिली है. जिसे लेकर भी आरोपी से पूछताछ की जा रही है. पुलिस ने मामले में किसी बड़े खुलासे की संभावना जताई है.
डीआईजी मनीष कपूरिया और कलेक्टर मनीष सिंह ने यह जानकारी मीडिया को दी. प्रेसवार्ता में बताया कि डीआईजी ने बताया कि आरोपी डॉ. विनय त्रिपाठी है. पुलिस को सूचना मिली थी कि रेमडेसिविर इंजेक्शन का स्टॉक किसी व्यक्ति के पास है. वह इंदौर में सप्लाई करने वाला है. इस पर टीम ने पड़ताल के बाद डॉ. विनय को पकड़ा है. उसके पास से 16 पैकेट मिले हैं. एक पैकेट में 25 वायल थे. इस प्रकार से विनय के पास से पुलिस को कुल 400 वायल मिले हैं. इसमें कालाबाजारी होने की संभावना जताई जा रही है.
पुलिस ने बताया कि जानकारी के बात इस संबंध में पूछताछ की गई. पता चला कि त्रिपाठी ये इंजेक्शन हिमाचल प्रदेश से लेकर आया है. जब उनसे संबंधित दस्तावेज मांगे गए तो वे नहीं दे पाए. मामले में क्राइम के साथ ड्रग विभाग की टीम भी जांच कर रही है. पता चला है कि व्यक्ति फार्मा बिजनेस से जुड़ा है. पीथमपुर में उसकी यूनिट भी है.
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