MP: कोरोना संकट में अब बीएसएसी नर्सिंग और जीएनएन अंतिम वर्ष की छात्राएं देंगी अहम योगदान
कोविड-19 महामारी की रोकथाम के लिए तमाम कोशिशें की जा रही हैं. मध्य प्रदेश में इस वायरस को नियंत्रण करने के लिए भोपाल और इंदौर जिले में शासकीय बीएससी नर्सिंग एवं जीएनएन प्रशिक्षण केंद्रों की छात्राओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है.
भोपाल: कोविड-19 महामारी की रोकथाम के लिए तमाम कोशिशें की जा रही हैं. मध्य प्रदेश में इस वायरस को नियंत्रण करने के लिए भोपाल और इंदौर जिले में शासकीय बीएससी नर्सिंग एवं जीएनएन प्रशिक्षण केंद्रों की छात्राओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है. फाइनल ईयर की 50-50 छात्राएं 30 जून तक कोरोना से जंग में तैनात रहेंगी.
कोरोना से जंग के लिए छात्राएं होंगी तैनात
आयुक्त लोक स्वाथ्य एवं परिवार कल्याण फैज़ अहमद किदवई ने बताया कि ये सेवाएं एस्मा के तहत ली गई हैं. आदेश का पालन न करने वाली छात्राओं के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही की जा सकेगी. ये सेवा पूर्णरूप से अस्थायी होगी.
छात्राओं को मिलेगा तय मानदेय
फैज़ अहमद किदवई ने बताया कि इस सेवा के लिये चयनित छात्राओं को स्टॉफ नर्स के लिये उल्लेखित मानदेय 20 हजार रूपये प्रतिमाह देय होगा. सभी छात्राओं के कर्त्तव्य स्थल पर परिवहन, भोजन, रहने की व्यवस्था विभाग द्वारा की जायेगी.
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उन्होंने बताया कि नर्सेस को सभी आवश्यक व्यक्तिगत सुरक्षा संसाधन (पीपीई) उपलब्ध कराई जायेंगी. फाइनल ईयर की छात्राएं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के अधीन कार्य करेंगी.
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