नई दिल्ली: मध्यप्रदेश में लगातार हो रही बिजली कटौती से पूरा प्रदेश परेशान है. इस बार चुनाव में बिजली प्रमुख मुद्दा बना हुआ है. इसी बीच भोपाल में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने अपने समर्थकों के साथ कंधे पर लालटेन लेकर बिजली कटौती के विरोध में 'लालटेन यात्रा' निकाली. इस मौके पर चौहान ने कहा, 'जबसे कांग्रेस सत्ता में आई है, बिजली चली गई है. प्रदेश में लगातार हो रही बिजली कटौती का जिक्र करते हुए चौहान ने कहा, "यह हमें बंटाधार युग (कांग्रेस के मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के शासन का उल्लेख) की याद दिलाता है. जब नियमित तौर पर बिजली कटौती होती थी.’’


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उन्होंने कहा कि यहां तक कि कमलनाथ जब अपने मतदान केन्द्र पर मतदान करने गये तब भी बिजली चली गयी, इससे प्रदेश में बिजली की स्थिति का पता चलता है और कांग्रेस सरकार मामले को संभालने के बजाय इसके लिये भाजपा पर दोष लगा रही है.अब वही दौर दोबारा वापस लौट आया है. शिवराज ने बताया कि 'लालटेन' अंधकार के युग का प्रतीक है, इसीलिए हम 'लालटेन यात्रा' निकाल रहे हैं ताकि जनता जागरूक हो'. 


प्रदेश में युवाओं को बेरोजगारी भत्ते के रुप में 4,000 रुपये देने के कांग्रेस के वादे को याद दिलाते हुए चौहान ने कहा कि आज तक प्रदेश में एक भी व्यक्ति को यह सहायता नहीं मिली है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उनकी (चौहान) सरकार द्वारा शुरू की गई गरीबों के अंतिम संस्कार के लिये 5000 रुपये की सहायता योजना जैसी कई कल्याणकारी योजनाओं को धन की कमी के कारण बंद कर दिया गया.


कांग्रेस सरकार ने तबादला उद्योग शुरु किया: शिवराज 
चौहान ने आरोप लगाया कि प्रदेश की स्थिति सुधारने के बजाय कांग्रेस सरकार ने तबादला उद्योग शुरु कर दिया है और एक व्यक्ति का एक दिन में चार बार तक तबादला कर धन की वसूली की जा रही है. उन्होंने कहा कि हाल ही में कमलनाथ के करीबी व्यक्तियों पर आयकर छापे डाले गए जिससे प्रदेश में कांग्रेस सरकार की पारंम्परिक प्रकृति का पता चलता है। छापों में 281 करोड़ रुपये की अवैध आय का खुलासा हुआ था. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति खराब हो गई है.