भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के सरोजनी नायडू नूतन कॉलेज में नया ड्रेस कोड लागू करने के प्रबंधन के फैसले के खिलाफ लड़कियों ने मोर्चा खोल दिया है।


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बताया जा रहा है कि कॉलेज प्रबंधन ने पीजी की छात्राओं के लिए 1 जनवरी से जींस पहनने पर रोक लगाने का फैसला किया है।


लेकिन प्रबंधन के फैसले के खिलाफ कॉलेज की फ़ाइनल इयर की छात्राओं ने मोर्चा खोल दिया है। 


क्या कह रही छात्राएं?


फ़ाइनल इयर की छात्राओं का कहना है कि कॉलेज में उनका आखिरी साल है और ये आखिरी सेमेस्टर बचा है ऐसे में उन्हें मुश्किल से दो-ढाई महीने ही कॉलेज आना है।


छात्राओं का कहना है कि इतने कम वक्त के लिए ड्रेस कोड लागू करना ठीक नहीं है। 


साथ ही फ़ाइनल इयर की छात्राओं का कहना है कि जब देश बदल रहा है तो उन्हें क्यों जींस पहनने से रोक जा रहा है।


ड्रेस कोड का कलर भी पसंद नहीं


छात्राओं से जब ज़ी मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ की टीम ने बात की तो कई छात्राओं का कहना है कि उन्हें ड्रेस का कलर भी पसंद नहीं है।


छात्राओं का कहना है कि जब हर चीज़ में आजकल फ़ैशन है तो कॉलेज प्रबंधन को किसी अच्छे फ़ैशन डिज़ायनर से ड्रेस बनवानी चाहिए थी।


ड्रेस कोड को लेकर हुआ था सर्वे


बताया जा रहा है कि कॉलेज परिसर में छात्राओं के लिए ड्रेस कोड को लागू करने से पहले छात्राओं के बीच एक सर्वे भी कराय गया था।


लेकिन खास बात ये कि इस सर्वे में फ़ाइनल इयर की छात्राओं को शामिल नहीं किया गया था और यही छात्राएं अब इसका विरोध कर रही हैं।


क्या कह रहा कॉलेज?


उधर कॉलेज की प्रिंसिपल का कहना है कि ड्रेस कोड को लागू करने का मकसद ये है कि किसी गरीब छात्रा में हीनता की भावना ना आए।


इसके साथ ही प्रिंसिपल का कहना है कि ड्रेस कोड होने से कॉलेज और कॉलेज की छात्राएं स्मार्ट लगती हैं।