जगदलपुर: गूगल ने बस्तर में बोली जाने वाली आदिवासियों की गोंडी भाषा का यूनिकोड फॉन्ट बना दिया है.अब ये भाषा उन अंतरराष्ट्रीय भाषाओं में शामिल हो चुकी है, जिनका यूनिकोड मौजूद है.जिसके बाद इसे मोबाइल और इंटरनेट पर सीधा टाइप किया जा सकता है. गोंडी भाषा को पहचान दिलाने के लिए गूगल और न्यूजीलैंड की कंपनी ने संयुक्त प्रयास किया है.  


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ये भी पढ़ें-सिंधिया ही नही बल्कि बीजेपी में जाकर मंत्री बनने वाले नेताओं की साख भी दांव पर


बता दें कि अब तक सिर्फ गोंडी भाषा बोली जाती थी, लेकिन यूनीकोड फॉन्ट आ जाने के बाद इस भाषा का खासा विस्तार होगा. इसे बोलने के साथ-साथ लिखा भी जा सकेगा. जिसका उपयोग ज्यादातर युवाओं द्वारा किया जाएगा. 


Watch LIVE TV-