जुल्फिकार अली/बस्तरः लोकसभा चुनाव 2019 के पहले चरण का मतदान हो चुका है. छत्तीसगढ़ के बस्तर में पहले चरण में रिकॉर्ड मतदान से नक्सलियों को मतदाताओं ने शांतिपूर्ण तरीके से संदेश दिया है कि बस्तर के लोग लोकतंत्र के साथ रहना चाहते है. वहीं बढ़े हुए मतदान से दोनों राजनैतिक पार्टियों की चिंता बढ़ गई है. क्योंकि मतदान जो अधिक हुआ है वह किसके खाते में जाएगी.


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बस्तर में सीधे तौर से भाजपा और कांग्रेस के बीच मुकाबला है. बस्तर में मतदान के 36 घंटे पहले भाजपा विधायक समेत 5 लोगों की नक्सलियों द्वारा हत्या किये जाने के बाद भी मतदान का प्रतिशत बढ़ना लोकतंत्र की मजबूती दिखाता है.



बस्तर में बढ़े हुए मतदान को लेकर भाजपा के लोग मान रहे हैं कि उन्हें नुकसान हो सकता है, क्योंकि भाजपा विधायक की हत्या के बाद अंदरूनी इलाकों में कार्यकर्ता दहशत में थे और वह घर से नहीं निकले. जबकि कांग्रेस के कार्यकर्ता सरकार की वजह से सक्रिय रहे. हालांकी पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह का दावा है कि बढ़े हुए मतदान प्रतिशत भाजपा के पक्ष में है.


कांग्रेस नेता सुशील आनंद शुक्ला का कहना है कि बस्तर के लोगों का कांग्रेस पर विश्वास है और 7 प्रतिशत मतदान बढ़ना कांग्रेस के पक्ष में रहेगा. कांग्रेस का प्रत्याशी जीत दर्ज करेगा


वरिष्ठ पत्रकार रविकांत कौशिक का मानना है कि बढ़ा हुआ मतदान लोकतंत्र की जीत है. बस्तर के लोगों ने लोकतंत्र और विकास पर भरोसा दिखाया है. ज्यादा मतदान हमेशा सत्ता पक्ष के खिलाफ जाता है यह कहना पाना मुश्किल है कि केंद्र की सत्ता के खिलाफ है या फिर राज्य सरकार के खिलाफ.