MP में जंगलराज का सबसे बड़ा सबूत महू में सेना के लोगों पर हुआ हमला, कांग्रेस का पुलिस पर मामला दबाने का आरोप
मध्यप्रदेश के महू से बुधवार को एक सनसनीखेज खबर आई थी, जिसमें एक सेना के जवान के साथ लूट हुई और उनकी महिला मित्र के साथ सामूहिक दुष्कर्म की बात कही गई.
Indore News: मध्यप्रदेश के महू से बुधवार को एक सनसनीखेज खबर आई थी, जिसमें एक सेना के जवान के साथ लूट हुई और उनकी महिला मित्र के साथ सामूहिक दुष्कर्म की बात कही गई. इस मामले में चौंकाने वाली बात ये है कि पहले गैंग रेप की बात कही लेकिन कुछ ही घंटों में पुलिस महकमे ने इससे यू टर्न ले लिया और कहा कि जांच के बाद ही कुछ कह पाएंगे. महिला मित्रों के साथ पार्टी कर रहे दो ट्रेनी सैन्य अफसरों के साथ सशस्त्र बदमाशों ने मारपीट की और एक युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म कर फरार हो गए. पुलिस ने दो आरोपियों को हिरासत में भी ले लिया. मामले पर अब कांग्रेस ने बीजेपी की राज्य सरकार से गंभीर सवाल पूछे हैं.
ये जंगलराज नहीं तो और क्या है ?
पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने सरकार पर सवाल खड़े करते हुए पूछा कि जब कोलकाता के आर जी कर मेडिकल कॉलेज की छात्रा के साथ दुष्कर्म पर आपकी आंखें नम होती है तो अपने देश और प्रदेश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर की इस दुष्कर्म की घटना पर आपकी छाती क्यों नहीं छीलती मुख्यमंत्री जी ? . अगर ये जंगलराज नहीं तो और क्या है ? मामले पर कांग्रेस ने बीजेपी सरकार को घेरा है. जीतू पटवारी और एमपी कांग्रेस ने इसे एक्स पर पोस्ट कर जवाब मांगा है.
क्या है पूरा मामला
हादसे से ज्यादा मामला इस बात पर चर्चा में है कि इसमें पहले रेप की बात कही गई, लेकिन पता नहीं क्यूं बाद में बयान बदल लिया गया. आईजी अनुराग के मुताबिक मंगलवार रात करीब 2.30 बजे उत्तर प्रदेश निवासी 2 ट्रेनी सैन्य अधिकारी इंदौर जिले के महू में रात को अपनी कुछ महिला मित्रों के साथ जाम गेट घूमने गए हुए थे. पहले बताया गया कि महिलाएं बयान देने की स्थिति में नहीं थी, लेकिन आर्मी ऑफिसर ने महिला मित्र के साथ रेप की आशंका जताई है. इसके बाद पुलिस ने भी गैंग रेप की पुष्टि कर दी. DIG निमिष अग्रवाल ने भी गैंग रेप की पुष्टि की लेकिन रात में एडिशनल डीसीपी रूपेश द्विवेदी ने बयान दिया कि पीड़िता ने होश में आने पर गैंग रेप की बात को नकार दिया है. इसलिए अब पूरे मामले की जांच के बाद ही मामला साफ हो सकेगा.
प्रतिबंधित क्षेत्र में घुसे थे बदमाश
बता दें कि जाम गेट से करीब आधा किमी अंदर जाने पर प्रतिबंधित क्षेत्र फील्ड फायरिंग रेंज है. यहां आमतौर पर सेना के वाहनों के आवाजही ही होती है. कम ही होता है कि कोई पर्यटक इस एरिया में जाए. बुधवार को ऐसे ही कुछ लोग वहां पहुंचे. अंधेरा और खाली जगह होने के चलते बदमाशों ने फायदा उठाया और वारदात को अंजाम दिया.