कर्ण मिश्रा/जबलपुरः जबलपुर पब्लिक हेल्थ के रिटायर्ड SDO सुरेश उपाध्याय के बेटे सचिन उपाध्याय को आय से अधिक संपत्ति मामले में EOW ने गिरफ्तार कर लिया है. 25 जून 2019 को EOW ने सुरेश उपाध्याय के अनंततारा स्थित बंगले और सदर स्थित कार्यालय, भीटा कजरवारा के दो अलग-अलग घरों में छापा मारा था. उसके पास से करोड़ों की अवैध सम्पत्ति होने का खुलासा हुआ है.  जिसमें प्रवर्तन निदेशालय (EOW) ने एक्शन लेते हुए SDO के बेटे को गिरफ्तार कर उसे 15 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है. 


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पति-पत्नी ने बनाया बीमारी का बहाना
25 जून 2019 को EOW ने इंजीनियर से SDO बने सुरेश उपाध्याय अनंततारा स्थित बंगले और सदर स्थित कार्यालय, भीटा कजरवारा के दो अलग-अलग घरों में छापा मारा था. जहां से SDO की 300 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति की बात सामने आई थी. जिसमें  EOW ने SDO, उसके बेटे और पत्नी के खिलाफ विशेष कोर्ट में चार्जशीट पेश कर तीनों के खिलाफ जांच कर रही है. कोर्ट ने बेटे सचिन उपाध्याय को जेल भेज दिया है, तो वहीं सुरेश उपाध्याय और उनकी पूर्व बीजेपी पार्षद पत्नी बीमारी का बोलकर कोर्ट में पेश नहीं हुए.   


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2014 में रिटायर होने के बाद की गई शिकायत
2014 में सुरेश उपाध्याय के रिटायर होने के बाद उनपर आय से ज्यादा संपत्ति मामले में शिकायत की गई. जिसके बाद EOW की जांच में पता चला कि SDO के बेटे और पत्नी के नाम लगभग 252 प्लॉट व उनसे जुड़े 78 दस्तावेज मिले. SDO की चेतन्य प्रमोटर्स नाम की कम्पनी और डॉल्फिन इंडिया प्राइवेट कम्पनी में पार्टनरशिप मिली है.  EOW एसपी देवेंद्र सिंह राजपूत से मिली जानकारी के अनुसार चार्जशीट विशेष कोर्ट में पेश होने के बाद परिवार पर मुकदमा चल रहा है.


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