Toughest Branch of Engineering: अगर आप आसमान की ऊंचाइयों और अंतरिक्ष के रहस्यों को जानने की ख्वाहिश रखते हैं, तो एयरोस्पेस इंजीनियरिंग आपके लिए सबसे बेहतरीन करियर विकल्प है. हालांकि इसे करना आसान नहीं है, लेकिन जो इसे कर लेता है, वह लाखों में नहीं, बल्कि करोड़ों में सैलरी पाता है और अपने करियर को नई ऊंचाइयों पर ले जाता है.
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Toughest Branch of Engineering: इंजीनियरिंग की दुनिया में कई ब्रांच मौजूद हैं, लेकिन एक ब्रांच ऐसी भी है जिसे करना हर किसी के बस की बात नहीं है. दरअसल, हम बात कर रहे हैं एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की, जो इंजीनियरिंग की सबसे एडवांस्ड और चुनौतियों से भरी ब्रांच में से एक है. यह उन लोगों के लिए है जो विमान, हेलीकॉप्टर, रॉकेट, सैटेलाइट और स्पेसक्राफ्ट जैसी चीजों के डिजाइन, निर्माण और मेंटेनेंस में रुचि रखते हैं. इस फील्ड को चुनना हर किसी के बस की बात नहीं होती क्योंकि इसमें गहरी तकनीकी जानकारी, क्रिटिकल थिंकिंग और उच्च स्तर की स्किल्स की जरूरत होती है. लेकिन जो इस चुनौती को स्वीकार करता है, उसे लाखों में नहीं बल्कि करोड़ों में सैलरी मिलती है।
एयरोस्पेस इंजीनियरिंग क्या है?
एयरोस्पेस इंजीनियरिंग मुख्य रूप से दो हिस्सों में बंटी होती है:
1. एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग: इसमें उन वाहनों का स्टडी की जाती है जो पृथ्वी के वायुमंडल में उड़ते हैं, जैसे विमान, हेलीकॉप्टर, ड्रोन्स आदि.
2. एस्ट्रोनॉटिकल इंजीनियरिंग: इसमें उन वाहनों की स्टडी की जाती है जो अंतरिक्ष (Space) में काम करते हैं, जैसे सैटेलाइट्स, रॉकेट्स और स्पेसक्राफ्ट.
इस ब्रांच में छात्रों को मैथ्स, फिजिक्स, एरोडायनामिक्स, थर्मोडायनामिक्स, मैटेरियल साइंस जैसे तकनीकी विषयों की गहरी समझ दी जाती है.
सैलरी: लाखों से करोड़ों तक का पैकेज!
एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद आपको सरकारी और प्राइवेट सेक्टर में शानदार अवसर मिलते हैं.
- फ्रेशर्स को शुरुआत में ही 12 से 20 लाख रुपए प्रति वर्ष का पैकेज मिलता है.
- कुछ टॉप कंपनियों में यह सैलरी 50 लाख से 1 करोड़ रुपए प्रति वर्ष तक पहुंच सकती है.
- वहीं, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, खासकर NASA, SpaceX, Boeing जैसी कंपनियों में सैलरी 2 करोड़ रुपए प्रति वर्ष या उससे भी ज्यादा हो सकती है.
कौन-कौन सी कंपनियां करती हैं हायर?
एयरोस्पेस इंजीनियर्स को कई प्रतिष्ठित कंपनियां हायर करती हैं, जैसे:
- ISRO (Indian Space Research Organisation)
- DRDO (Defence Research and Development Organisation)
- NASA (National Aeronautics and Space Administration)
- Boeing
- Airbus
- SpaceX
- Lockheed Martin
इन कंपनियों में हायर होने वाले इंजीनियर्स को न सिर्फ मोटी सैलरी मिलती है, बल्कि उन्हें रिसर्च और इनोवेशन के बड़े प्रोजेक्ट्स पर भी काम करने का मौका मिलता है.
एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की पढ़ाई कहां से करें?
एयरोस्पेस इंजीनियरिंग के लिए भारत में कई प्रतिष्ठित इंस्टीट्यूट हैं, जैसे:
- IIT Bombay
- IIT Kanpur
- IIT Madras
- IIST (Indian Institute of Space Science and Technology)
इन इंस्टीट्यू्ट्स में एडमिशन के लिए आपको JEE Advanced जैसी कठिन परीक्षाएं पास करनी होती हैं.
क्यों चुनें एयरोस्पेस इंजीनियरिंग?
1. हाई सैलरी – इस फील्ड में करोड़ों तक की सैलरी मिलती है.
2. प्रतिष्ठा – एयरोस्पेस इंजीनियर्स को दुनिया के सबसे इंटेलिजेंट प्रोफेशनल्स में गिना जाता है.
3. अवसरों की भरमार – आपको सरकारी और प्राइवेट सेक्टर दोनों में बेहतरीन अवसर मिलते हैं.
4. स्पेस इनोवेशन का हिस्सा बनने का मौका – आपको दुनिया के स्पेस प्रोजेक्ट्स का हिस्सा बनने का मौका मिलता है.