ग्वालियर: संयुक्त अतिथि शिक्षक संघ ने राज्यसभा सांसद और भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को उनका वादा याद दिलाया है. साथ ही मांगे न मानने पर बीजेपी के खिलाफ 70 हजार शिक्षक सड़कों पर उतरकर विरोध करेंगे. 


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संयुक्त अतिथि शिक्षक संघ की प्रदेश प्रभारी नीतू सिंह राजावत ने कहा कि कहा कि जिस तरीके से पिछले दिनों कांग्रेस के तत्कालीन नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उनका समर्थन किया था और कहा था मांगें नहीं मानी गईं तो वे उनके साथ सड़कों पर उतर आएंगे. मांगे नहीं माने जाने पर उन्होंने पार्टी बदल ली. अब उन्हें उम्मीद है जिन मुद्दों को लेकर पार्टी छोड़कर गए हैं. वह भाजपा में पहुंचने के बाद उनकी मांगें पूरी करवाने में उनकी मदद करेंगे. अगर ऐसा नहीं हुआ तो मजबूरन अतिथि शिक्षकों को आंदोलन करना पड़ेगा.


शिक्षक संघ ने चेतावनी दी कि अगर उपचुनाव से पहले उनके नियमितीकरण की मांगे नहीं मानी गईं तो आने वाले समय में 70 हजार अतिथि शिक्षक सड़कों पर उतरकर बीजेपी का विरोध करेंगे. शिक्षकों का कहना है कि वो लंबे समय से नियमितीकरण की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन सरकार कुछ नहीं कर रही है. 


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मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने भी ज्योतिरादित्य सिंधिया पर इंदौर दौरे को लेकर हमला बोला था. उन्होंने कहा था कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा था कि अतिथि शिक्षक और विद्वानों की मांग पूरी नहीं हुई तो सड़कों पर उतरेंगे. लेकिन अब उनकी सरकार होने के बावजूद भी अभी तक अतिथि विद्वानों और अतिथि शिक्षकों को सैलरी नहीं दी जा रही है, फिर भी सिंधिया खामोश हैं और सड़क पर नहीं उतर रहे हैं.


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