Mahashivratri 2024: महाशिवरात्रि का त्योहार जल्द ही आने वाला है. इस मौके पर लोग शिवालयों में भगवान भोलेनाथ की विधिवत पूजा करते हैं. महाशिवरात्रि पर देखा जाता है कि देश भर के शिवलिंगों पर भक्त भारी संख्या में पहुंचते हैं. इस साल महाशिवरात्रि 8 मार्च को है. त्योहार से पहले हम बताने जा रहे हैं  छत्तीसगढ़ के कुछ शिवलिंग के बारे में जहां पर दर्शन करना काफी शुभ होता है. आइए जानते हैं इसके बारे में ये कहां स्थित है. 


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गरियाबंद 
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से 90 किलोमीटर दूर गरियाबंद जिला मुख्यालय से 3 किमी दूर ग्राम मरौदा में पहाड़ियों के बीच में एक शिवलिंग स्थित है. इस मंदिर को भूतेश्वर महादेव के नाम से जाना जाता है. कहा जाता है यह विश्व का सबसे बड़ा प्राकृतिक शिवलिंग है. शिवलिंग के साइज में लगातार वृद्धि होती रहती है. वर्तमान में इस शिवलिंग का आकार 80 फीट लंबा और 230 फीट चौड़ा बताया जा रहा है. महाशिवरात्रि के अवसर पर आप यहां दर्शन कर सकते हैं. 


जांजगीर-चांपा
छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा स्थित खरौद नगर में एक लाख छिद्र वाले शिवलिंग की दर्शन के लिए हजारों के संख्या में भक्त पहुंचते हैं. मंदिर के बारे में कहा जाता है कि लंका पति रावण का वध करने के बाद लक्ष्मण जी ने अपने बड़े भाई भगवान रामजी से ही इस मंदिर की स्थापना करवाई थी. यहां स्थापित शिवलिंग में एक लाख छिद्र हैं. ऐसा कहा जाता है कि जो भी व्यक्ति शिवलिंग की पूजा करता है उसके सारे दोष का निणारण हो सकता है. इस मंदिर को छत्तीसगढ़ का काशी भी कहा जाता है. 


दुर्ग 
छत्‍तीसगढ़ के दुर्ग जिले के ग्राम शिवकोकड़ी में भगवान शिव का मंदिर स्थित है. ये शिव मंदिर भक्तों के लिए आस्था का केंद्र है. शिवरात्रि और सावन के महीने में भारी संख्या में भक्त पहुंचते हैं. इस मंदिर को लेकर कहा जाता है कि ये करीब 500 साल पुराना है. कहा जाता है कि यहां पर करीब 8 फीट ऊंचा शिवलिंग है. ऐसे में अगर आप छत्तीसगढ़ में किसी शिवलिंग का दर्शन करने के बारे में सोच रहे हैं तो यहां जा सकते हैं.