मध्यप्रदेश: कमलनाथ की कांग्रेस नेताओं को सलाह- `किसी भी धर्म-जाति पर कोई टिप्पणी न करें`
मुद्दों से दूर हो रही राजनीति के बीच प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने अपने कार्यकर्ताओं के नाम एक चिट्ठी लिखी है.
नई दिल्ली : मध्यप्रदेश का चुनावी समर जैसे-जैसे अपने चरम पर पहुंच रहा है, राजनीतिक मुद्दे भी गर्माते जा रहे हैं. मुद्दों से दूर हो रही राजनीति के बीच प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने अपने कार्यकर्ताओं के नाम एक चिट्ठी लिखी है. कमलनाथ ने इस चिट्ठी में कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से धर्म आधारित टिप्पणियां प्रचार-प्रसार से दूर रहने की बात कही है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की चिट्ठी सामने आते ही वायरल हो रही है.
कमलनाथ ने कार्यकर्ताओं के नाम लिखी चिट्ठी में बीजेपी पर चुनाव के पहले सांप्रदायिक ध्रुवीकरण का आरोप लगाते हुए कार्यकर्ताओं को कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए हैं. प्रदेश कांग्रेस की मीडिया सेल के चेयरमैन शोभा ओझा की मानें तो बीजेपी बांटने की राजनीति करना चाहती है मंदिर, मस्जिद की राजनीति करना चाहती है क्योंकि उनके पास गिनाने के लिए कुछ नहीं है. यही कारण है कि हम हमारे कार्यकर्ताओं को सजग रहने के लिए कहना पड़ रह है.
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कमलनाथ की चिट्ठी पर बीजेपी नेता हितेश वाजपेई ने कड़ा हमला बोला है. वाजपेई की मानें तो बांटने की राजनीति कांग्रेस से सीखी जा सकती है. कांग्रेस के कई नेता पिछले कुछ अरसे से मंदिर-मस्जिद के नाम पर बांटने की राजनीति कर रहे हैं और धर्मगुरुओं के साथ बैठकर कर रहे हैं.
बता दें कि मध्य प्रदेश में विधानसभा की कुल 230 सीटें हैं. इन 230 सीटों में 35 सीट अनुसूचित जाति और 47 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं. चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक कुल पांच करोड़ तीन लाख 34 हजार दो सौ साठ मतदाता हैं जो अलग-अलग दलों के उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे.