Balaghat Lok Sabha Chunav: बालाघाट लोकसभा सीट के लिए शुक्रवार को वोटिंग खत्म हो गई है. जिले में 71.08%  फीसद मतदान हुआ. बालाघाट में इस बार बीजेपी और कांग्रेस ने नए प्रत्याशियों पर दांव लगाया था, ऐसे में दोनों पार्टियों ने यहां पूरा जोर लगाया है. वहीं बसपा प्रत्याशी भी यहां मुकाबले में नजर आ रहे हैं. ऐसे में बालाघाट लोकसभा सीट के नतीजों पर सबकी नजरें इस बार टिकी हुई हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मुकाबला दिख रहा त्रिकोणीय 


बालाघाट लोकसभा सीट पर बीजेपी ने वर्तमान सांसद ढाल सिंह बिसेन का टिकट काटकर महिला प्रत्याशी डॉ. भारती पारधी पर दांव लगाया है, वहीं कांग्रेस ने सम्राट सारस्वार पर भरौसा जताया है. पूर्व सांसद कंकर मुंजारे बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. जिससे इस सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय दिख रहा है. बालाघाट लोकसभा सीट पर जातिगत समीकरण अहम माने जाते हैं. बीजेपी ने ओबीसी वर्ग पर दांव लगाया है, जबकि कांग्रेस ने सवर्ण प्रत्याशी को मौका दिया है. इसके अलावा कंकर मुंजारे लोधी वर्ग से आते हैं, जिसकी बालाघाट लोकसभा सीट पर अहम भूमिका हो जाती है. बालाघाट लोकसभा सीट में आठ विधानसभा सीटें आती हैं, जिनमें बैहर, लांजी, परसवाड़ा, बालाघाट, वारासिवनी, कटंगी, बरघाट और सिवनी शामिल हैं. 


2019 में बीजेपी ने हासिल की थी जीत 


2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को बालाघाट लोकसभा सीट पर बड़ी जीत मिली थी, बीजेपी के ढाल सिंह बिसेन ने कांग्रेस के मधु भगत को चुनाव हराया था. ढाल सिंह बिसेन ने कांग्रेस उम्मीदवार को 2 लाख 42 हजार 066 वोटों से चुनाव हराया था. 


2014 में भी बीजेपी को मिली थी जीत 


वहीं बात अगर 2014 के लोकसभा चुनाव की जाए तो इस चुनाव में बीजेपी ने बोध सिंह भगत को प्रत्याशी बनाया था, जबकि कांग्रेस ने हिना कांवरे को टिकट दिया था. जहां चुनाव में बोध सिंह भगत ने जीत हासिल की थी. बीजेपी प्रत्याशी को 4 लाख 80 हजार 594 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी को 3 लाख 84 हजार 553 वोट मिले थे. 


ये भी पढ़ेंः Chhindwara Lok Sabha Chunav: क्या कांग्रेस की साख बचा पाएगा छिंदवाड़ा? कल जनता करेगी 'नाथ' के भविष्य का फैसला