Bhind Lok Sabha Chunav: 35 साल से कांग्रेस के लिए सपना बनी भिंड सीट, 2024 चुनाव से पहले समझें समीकरण
Bhind Lok Sabha Chunav: अब अलगे कुछ महीनों में लोकसभा यानी देश के आम चुनाव होने जा रहे हैं. आइये इससे पहले समझते हैं मध्य प्रदेश की भिंड लोकसभा सीट के समीकरण.
Bhind Lok Sabha Elections 2024: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव समापन के साथ ही लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है. दोनों राजनीतिक दल यानी भाजपा कांग्रेस के साथ ही अन्य सियासी दल भी आम चुनाव के लिए काभी एक्टिव हो गए हैं. बीजेपी 2019 में 28 सीटें जीतने के बाद इस बार 29 जीत के लिए प्लान बना रही है. वहीं विधानसभा के रिकवरी करने के लिए कांग्रेस प्लान कर रही है. आइये ऐसे में समझते हैं विंध्य की भिंड लोकसभा क्षेत्र के समीकरण और इतिहास और विधानसभा क्षेत्रों के परिणाम के अर्थ.
वोटरों के आंकड़े
भिंड में कुल वोटरों की संख्या 1765334 है. इसमें 968287 पुरुष और 796991 महिला मतदाता हैं. जबकि, 63 वोट अन्य वर्ग के हैं. 2019 में हुई मतगणना की बात करें तो इलाके में 962717 वोट पड़े थे. यानी इलाके में कुल 54.53 वोट फीसदी वोट पड़े. इसमें से 4630 वोट नोट को डाले गए.
जिलेवार विधानसभाएं | |
जिला | विधानसभा |
भिंड | अटेर |
भिंड | |
लहार | |
मेहगांव | |
गोहद (एससी) | |
दतिया | सेवड़ा |
भांडेर (एससी) | |
दतिया |
2019 चुनाव का परिणाम क्या था?
साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में यहां से संध्या राय को मैदान में उतारा था. संध्या राय ने 2019 में यहां से कांग्रेस के खिलाफ 527694 वोट हासिल की जीत पाई थी. इस चुनाव में उन्हें कुल मतदान का 54.93 फीसदी वोट हासिल हुए थे. उनसे मुकाबला कर रहे कांग्रेस के देवासीस को 327809 वोट यानी कुल मतदान का 34.12 फीसदी ही मिल पाया.
विधानसभावार स्थिति | ||
विधानसभा | विधायक | पार्टी |
अटेर | हेमंत कटारे | कांग्रेस |
भिंड | नरेंद्र सिंह कुशवाह | बीजेपी |
लहार | अंबरीश शर्मा | बीजेपी |
मेहगांव | राकेश शुक्ला | बीजेपी |
गोहद (एससी) | केशव देसाई | कांग्रेस |
सेवड़ा | प्रदीप अग्रवाल | बीजेपी |
भांडेर (एससी) | फूलसिंह बरैया | कांग्रेस |
दतिया | राजेंद्र भारती | कांग्रेस |
चुनावी इतिहास
भिंड लोकसभा सीट पर 1952 से लेकर अभी तक कुल 17 चुनाव हुए हैं. इसमें से मात्र 3 चुनाव ही कांग्रेस जीत पाई. जबकि, 13 चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने अपना परचम लगराया. वहीं 1967 में निर्दलीय प्रत्याशी ने जीत हासिल की है. जबकि, 1977 में जनता पार्टी रघुबीर सिंह मछंद जीतकर आए थे. पिछले 40 साल की बात करें तो यहां कांग्रेस 35 सालों से जीत का इंतजार कर रही है. आखिरी दफा 1984 में यहां से कांग्रेस के कृष्णपाल सिंह चुनाव जीतकर आए थे.
लोकसभा का इतिहास | ||
साल | सांसद | पार्टी |
1984 | कृष्णपाल सिंह | कांग्रेस |
1989 | नर्सिंग राव दीक्षित | BJP |
1991 | योगानंद सरस्वती | BJP |
1996 | राम लखन सिंह | BJP |
1998 | राम लखन सिंह | BJP |
1999 | राम लखन सिंह | BJP |
2004 | राम लखन सिंह | BJP |
2009 | अशोक अर्गल | BJP |
2014 | भागीरथ प्रसाद | BJP |
2019 | संध्या राय | BJP |
क्या है समीकरण?
भिंड के जातीय समीकरण की बात करें तो इस संसदीय क्षेत्र में करीब तीन लाख क्षत्रिय, तीन लाख ब्राह्मण, डेढ़ लाख वैश्य के साथ ही दलितों के करीब साढ़े तीन लाख वोटर हैं. वहीं आदिवासी, अल्पसंख्यक और अन्य के वोटों का आंकड़ा करीब चार लाख अस्सी हजार के आसपास है. इसी तरह धाकड़, किरार, गुर्जर, कुशवाह, रावत समाज का वोट भी 3 लाख से कुछ कम है. इलाके में क्षत्रिय और दलितों ही मुख्य वोटर हैं. इसके बाद यहां ब्राह्मणों का नंबर आता है.
इलाके की विधानसभा सीटों के परिणाम
साल 2023 के विधानसभा चुनाव में लोकसभा में आने वाली 8 सीटों में से 3 सीटें दतिया जिले की जबकि, 5 सीटें भिंड जिले की है. विधानसभा में यहां से कांग्रेस और बीजेपी का 50-50 वाली हिसाब रहा है. 4 सीटों पर कांग्रेस और 4 सीटों पर बीजेपी ने जीत हासिल की है. हालांकि, बीजेपी यहां पहले के मुकाबले कमजोर हुई है.
बीजेपी कांग्रेस वोट शेयर वोट शेयर
2019 लोकसभा चुनाव में यहां से संध्या राय बीजेपी- 527694 यानी 54.93 फीसदी और देवासीस कांग्रेस-327809 यानी 34.14 फीसदी वोट हासिल किए. कुछ यही हाल 2014 के लोकसभा चुनाव में रहा. डॉ. भागीरथ प्रसाद बीजेपी- 404474 यानी 55.90 फीसदी वोट हासिल किए. वहीं कांग्रेस की इमरतीदेवी ने 244513 यानी 33 फीसदी वोट हासलि किए.