प्रमोद शर्मा/भोपालः मध्य प्रदेश में आरएसएस के ही किसान संघ ने सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद कर दी है. दरअसल बीती 18 दिसंबर को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने राज्य के 20 जिलों के किसानों के खाते में राहत राशि जमा की थी, लेकिन मंदसौर के किसानों को अभी तक राहत राशि नहीं मिल पायी है. जिससे नाराज होकर किसान धरने पर बैठ गए हैं.  


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

आरएसएस का किसान संघ कर रहा नेतृत्व
गौरतलब है कि आरएसएस का किसान संघ किसानों के इस धरने का नेतृत्व कर रहा है. भारतीय किसान संघ के नेतृत्व में किसान मंदसौर के गरोठ में एसडीएम कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए हैं. जहां एक तरफ पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी यूपी के किसान नए कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ दिल्ली बॉर्डर पर इकट्ठे होकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. अब ऐसे वक्त में एमपी के मंदसौर में किसानों के धरने से एमपी सरकार की परेशानी बढ़ गई है.  


छत्तीसगढ़ CM ​के क्षेत्र में सनसनीखेज हत्याकांड, बुजुर्ग दंपति और बेटे-बहू के शव मिले, पोता घायल


किसानों को साधने में जुटी शिवराज सरकार
दरअसल एमपी की शिवराज सरकार किसान कानूनों पर किसानों का समर्थन जुटाने में लगी है. इसी के तहत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस 25 दिसंबर को एमपी सरकार एक मेगा शो करने जा रही है. इस कार्यक्रम में पीएम मोदी भी वर्चुअल तरीके से शामिल होंगे.  


कांग्रेस आंदोलन खड़ा करने में जुटी
वहीं कांग्रेस राज्य में किसान आंदोलन खड़ा करने में जुटी है. इसके लिए कांग्रेस ने पार्टी के वरिष्ठ नेता अरुण यादव को इसकी जिम्मेदारी सौंपी है. कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राजीव सिंह ने आरोप लगाया कि 'हम शुरू से ही कहते आये हैं कि बीजेपी सिर्फ घोषणा करती है. केंद्र में पीएम घोषणा करते हैं. मंदसौर में किसानों की नाराजगी से बीजेपी के दावों की पोल खुल गई है. इससे बड़ा प्रमाण और क्या होगा कि बीजेपी से संबंधित संगठन ही कह रहा है कि किसानों को राहत राशि नहीं मिली'.


भाजपा का दावा- जनता उसके साथ
वहीं एमपी के सहकारिता मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया का कहना है कि 'जनता बीजेपी के साथ है, उसे कांग्रेस पर भरोसा नहीं है. उपचुनाव में जनता ने बीजेपी को मेरिट से पास किया है'. वहीं भाजपा के मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पराशर का कहना है कि कुछ कंफ्यूजन हो सकता है. पहले मंदसौर में कांग्रेस ने तमाशा कराया था फिर बाद में उजागर हुआ था. कोई कंफ्यूजन हुआ है तो सरकार उस कंफ्यूजन को दूर करेगी सभी किसानों को राहत राशि का फायदा मिलेगा. अभी सिर्फ 3 दिन हुए हैं 7 दिन के अंदर सभी किसानों के खातों में पैसा पहुंचेगा'. उन्होंने ये भी कहा कि 'शिवराज सिंह की सरकार है एमपी में, कमलनाथ की सरकार नहीं है. कमलनाथ की सरकार के समय किसानों में हाहाकार मचा हुआ था'.


शिवराज सरकार ने 9 महीने में 17वीं बार लिया कर्ज, जनता की जेब पर पड़ सकता है सीधा असर


WATCH LIVE TV