रायपुरः छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव के रहने वाले मांगेलाल पर बिजली कटौती के खिलाफ वीडियो वायरल करने के बाद राजद्रोह का केस दर्ज होने से लेकर हटाए जाने तक की राजनीति के बाद अब इस मामले में एक और नया मोड़ आ गया है. जहां पहले मांगेलाल ने वायरल वीडियो में राज्य की कांग्रेस सरकार पर सवाल उठाए थे और सरकार के खिलाफ सांठ-गांठ की बात कहकर प्रदेश की राजनीति में हलचल मचा दी थी तो वहीं अब उन्होंने भाजपा के खिलाफ प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को एक खत लिखा है, जिसमें मांगेलाल ने शिकायत की है कि भाजपा द्वारा उन पर दवाब डाला जा रहा है कि वह प्रशासन और पुलिस के खिलाफ मानहानि का मामला दर्ज कराएं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बिजली विभाग और सरकार के खिलाफ वीडियो शेयर करने वाले राजनंदगांव के मांगीलाल अग्रवाल ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर बताया है कि बीजेपी के कई नेता मुझे बिजली विभाग के अफसर और पुलिस के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करने के लिए प्रेशर डाल रहे हैं. मांगीलाल अग्रवाल ने पत्र लिखकर मुख्यमंत्री का आभार भी जताया और कहा - मुझसे जो वीडियो शेयर हुआ था उस मामले में मुख्यमंत्री ने मेरे खिलाफ राजद्रोह का मामला हटवा कर एक बहुत बड़ा कदम उठाया है, लेकिन मेरी मानहानि जैसे मुकदमा करने की कोई मंशा नहीं है, फिर भी बीजेपी के कई नेता मुझसे संपर्क कर मुझ पर दबाव डाल रहे हैं.



बता दें छत्तीसगढ़ में बिजली कटौती से संबंधित एक पोस्ट शेयर करने पर मांगेलाल को पुलिस ने राजद्रोह के अंतर्गत उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. राजनांदगांव के मुसरा डोंगरगढ़ के रहने वाले मांगेलाल अग्रवाल को राजद्रोह की धारा 124 ए के तहत गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद इस मामले पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि हम अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के पक्षधर हैं. 


CG: वायरल पोस्ट के बाद गिरफ्तार युवक पर से राजद्रोह का केस वापस, विद्वेष फैलाने का मामला दर्ज


उन्होंने कहा कि इस मामले में राजद्रोह का मुकदमा नहीं लगना चाहिये था. हालांकि, उन्होंने कहा कि युवक पर अन्य धाराओं में कार्रवाई होगी. उन्होंने बताया कि मैंने पूरे मामले पर डीजीपी से बातकर नाराजगी जाहिर की है. वहीं, बघेल ने जनता को नसीहत देते हुए कहा कि लोग भी अभिव्यक्ति के दौरान संयम बरतें. जिसके बाद उन्होंने मांगेलाल पर से राजद्रोह का मामला हटाने के निर्देश दिए थे. जिसके बाद मांगेलाल पर से राजद्रोह का केस हटाकर उस पर विद्वेश फैलाने का मामला दर्ज कर लिया गया है.