सिवनी: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की मध्यप्रदेश इकाई में व्याप्त गुटबाजी का शिकार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तक को होना पड़ा है. सिवनी के मेडिकल कॉलेज के लिए भूमिपूजन व अन्य कार्यक्रमों में आमंत्रण के बावजूद पार्टी के कई बड़े नेता नहीं पहुंचे. मुख्यमंत्री शुक्रवार को मेडिकल कॉलेज के लिए भूमिपूजन और पॉलीटेक्निक कॉलेज के मैदान में आयोजित समारोह में पहुंचे. मगर पूर्व सांसद नीता पटैरिया, पूर्व विधायक नरेश दिवाकर, पूर्व मंत्री ढाल सिंह बिसेन और पूर्व जिलाध्यक्ष सुजीत जैन नजर नहीं आए. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

नेताओं के न आने पर बीजेपी ने जानकारी से किया इनकार 
स्थानीय बड़े नेताओं के न आने के सवाल पर बीजेपी जिलाध्यक्ष राकेश पाल सिंह ने आईएएनएस से कहा, "बुलाया सभी को था, मगर कुछ नेता नहीं पहुंचे. ऐसा क्यों हुआ, इसकी जानकारी मुझे नहीं है." वहीं पूर्व विधायक दिवाकर ने कहा कि उन्हें पार्टी की ओर से न तो कोई सूचना दी गई और न ही मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर कोई तैयारी बैठक हुई. लिहाजा, समय से जानकारी न मिलने के कारण वे कार्यक्रम में नहीं पहुंच पाए. 


सीएम ने 300 करोड़ रुपए के मेडिकल कॉलेज का किया भूमिपूजन
मुख्यमंत्री शिवराज ने 10 लाख पक्के मकानों का निर्माण पूरा करने के महाअभियान और प्रदेश के डेढ़ लाख नवनिर्मित मकानों में हितग्राहियों को गृहप्रवेश दिलाने के प्रदेश स्तरीय समारोह में कहा, "मुझे प्रधानमंत्री आवास योजना के डेढ़ लाख पक्के मकानों में प्रदेश स्तर पर गृह प्रवेश कराते हुए बेहद खुशी हो रही है. स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ 2022 तक सभी गरीब परिवारों के लिए पक्के मकान का संकल्प पूरा किया जाएगा. आजादी के बाद 50 वर्षो से भी अधिक समय तक झुग्गी-झोपड़ियों और कच्चे मकान में रहने वाले सभी परिवारों को पक्का आवास मिलेगा." मुख्यमंत्री ने सिवनी जिला मुख्यालय में 300 करोड़ रुपए की लागत से स्वीकृत मेडिकल कॉलेज भवन का भूमिपूजन किया. 


(इनपुट आईएएनएस से)