Aliens Viral Video: राजस्थान के नागौर का पिछले कुछ दिनों से एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब छाया हुआ है. वीडियो में आप देखेंगे तो आपको ये साफ दिखाई देगा कि एक उड़न तश्तरी (UFO) दिखाई देता है, जिसे लोग धरती पर एलियन की एंट्री मान रहे हैं. अब इसमें कितनी सच्चाई है और कितना झूठ आइए इस लेख के माध्यम से समझते हैं.
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Aliens Viral Video: पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर एक वीडियो खूब छाया हुआ है. वीडियो में आप देखेंगे तो आपको ये साफ दिखाई देगा कि एक उड़न तश्तरी (UFO) दिखाई देता है, जिसे लोग धरती पर एलियन की एंट्री मान रहे हैं. यहां तक की इश वीडियो में आप देख सकते हैं कि जब ये एलियन विमान के जैसा दिखने वाला वस्तु आसमान में दिखाई देता है, तो भारतीय वायुसेना के विमान उसके पीछे लगा दिए गए.
ये वीडियो सोशल मीडिया के कई अकाउंट से शेयर किया गया है. जो हर जगह इस बात का सबूत दे रहा है कि अब धरती पर एलियन की एंट्री हो चुकी है. लेकिन बात यहीं खत्म नहीं होती, क्योंकि वायरल वीडियो के आधार पर किसी बात की पुष्टि नहीं की जा सकती है. राजस्थान के नागौर जिले से एलियन व उनकी उड़न तश्तरी (UFO) देखे जाने के दावे करने वाले वीडियो की भरमार सी लग गई है.
वीडियो में दावा तो यहां तक किया जा रहा है कि एलियन ने एक गांव पर कब्जा भी कर लिया और आग जलाकर उनको भगाया जा रहा है. इंस्टाग्राम पर वायरल हो रहे इन वीडियो के कैप्शन में क्या लिखा है देखिए. इंस्टाग्राम पर rajeev_kumar_ranjan350_ आईडी से शेयर किए गए वीडियो में एलियन और उड़न तश्तरी दिखाई दे रही है. वीडियो पर लिखा है. War Againt Aliens 2025! ब्रेकिंग न्यूज़ के तौर पर वायरल करवाए जा रहे इस वीडियो पर लिखा है कि राजस्थान के नागौर में उतरा एलियन शिप ये रहा सबूत.
नागौर में UFO क्रैश होने का दावा
इसके बाद इंस्टाग्राम पर mithilapatimishra आईडी से शेयर वीडियो में नागौर में 5 जनवरी 2025 को एलियन शिप क्रैश होने तक का दावा किया गया है. विशेषज्ञ उसकी जांच करते दिखाए दे रहे हैं. वीडियो की शुरुआत में लिखा है कि एलियन का जहाज कितनी तेजी से भाग रहा है कि दो लड़ाकू विमान भी नहीं पकड़ पा रहे हैं. ऐसा ही दावा its__shiva__aryan__ll और @aapnu.Jaipur आईडी से भी किया जा रहा है.
राफेल से UFO का पीछे करने का दावा
वहीं इस्टाग्राम पर mithilapatimishra आईडी से किए दावे में यूएफओ को पीछा करने वाले विमान का नाम तक बताया गया है. वीडियो पर लिखा है कि 'एलियन राजस्थान नागौर में उतरे.' कैप्शन में लिखा कि कितने लोग जानते हो कि राजस्थान के नागौर में एलियन आया UFO मिला और राफेल पीछा करते हुए.
नागौर में एलियन व UFO देखने की क्या है सच्चाई?
नागौर में एलियन व UFO देखे जाने के वायरल दावों पर नागौर जिला कलेक्टर IAS अरुण कुमार पुरोहित ने साफ तौर पर कहा कि जिले में ऐसी कोई घटना कभी नहीं हुई है. ये सारे वायरल वीडियो फेक हैं. मिली जानकारी के अनुसार पता चला कि राजस्थान में UFO देखे जाने की अफवाहों में कोई सच्चाई नहीं है. किसी भी विश्वसनीय रिपोर्ट या मीडिया कवरेज ने ऐसी महत्वपूर्ण घटना के होने का समर्थन नहीं किया है.
वायरल वीडियो AI जनरेटेड कंटेंट
करीब से जांच करने पर UFO देखे जाने के सबूत के तौर पर प्रसारित किए जा रहे वीडियो मनगढ़ंत हैं. इन दावों में दिखाए गए पहले वीडियो में @sybervisions का वॉटरमार्क भी दिखाया गया था. जो इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर एआई-जनरेटेड कंटेंट के लिए पहचाने जाने वाले क्रिएटर हैं.
31 दिसंबर 2024 को शेयर किए गए इस वीडियो को एरिज़ोना में AI जनरेटेड चौंकाने वाला UFO क्रैश के तौर पर टैग किया गया था. @sybervisions के पीछे का व्यक्ति AI और VFX का उपयोग करके यथार्थवादी दुनिया के दृश्य तैयार करने में अपनी विशेषज्ञता के लिए जाना जाता है.
एलियन के वायरल वीडियो फेक हैं
नागौर में एलियंस को कथित तौर पर दिखाए जाने वाले वीडियो की प्रामाणिकता पर भी सवाल उठाए गए. 2013 की क्लिप से उत्पन्न, रिवर्स इमेज सर्च ने इसे 14 सितंबर 2012 को बीजिंग को चीन के पास रिपोर्ट की गई घटनाओं से जोड़ा. चीनी भाषा में कई यूट्यूब वीडियो पाए गए, जिसका राजस्थान से कोई संबंध नहीं है और वीडियो के मूल संदर्भ को गलत तरीके से पेश करने को दर्शाता है.
राफेल ने नागौर में नहीं किया UFO का पीछा
इसके अलावा नागौर में UFO का पीछा करते हुए भारतीय वायु सेना के राफेल जेट विमानों को दिखाने का दावा करने वाले एक वीडियो की पहचान UFO सेक्शन 51 नामक एक यूट्यूब चैनल के कंटेंट के रूप में हुई. 19 अगस्त 2020 को पोस्ट किए गए. इस वीडियो के विवरण में स्पष्ट रूप से कहा गया था कि यह मनोरंजन के लिए बनाई गई कंप्यूटर-जनरेटेड इमेजरी (CGI) थी, जो वास्तविक UFO को पीछा करने के बारे में इसकी प्रामाणिकता के किसी भी दावे को स्वीकार नहीं करती है.