MP News: मंगलवार को भोपाल में बीजेपी की बड़ी बैठक होने वाली है, लोकसभा चुनावों के बाद यह पहली ऐसी बैठक होगी, जिसमें प्रदेशभर के जिलाध्यक्ष, प्रदेश पदाधिकारी शामिल होंगे. इस बैठक में संगठन और सत्ता के प्रमुख नेता शामिल होंगे. दो दिन चलने वाली इस बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा होने वाली है. बताया जा रहा है कि इस बैठक में लोकसभा चुनाव के बाद बनी परिस्थितियों पर मंथन किया जाएगा, जिसमें यह देखा जाएगा कि कहां पार्टी ने बेहतर काम किया है और कहा बेहतर काम करने की जरुरत है. इसके अलावा कांग्रेस भी अब सत्ता पक्ष के खिलाफ अटैकिंग रणनीति बनाती नजर आ रही है, ऐसे में बीजेपी भी काउंटर प्लान की तैयारी में है. 


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हर जिले में होगी तैयारी 


दरअसल, लोकसभा चुनाव के बाद इस बात की चर्चा शुरू हुई थी कि पार्टी में बड़े बदलाव होंगे. लेकिन फिलहाल सत्ता और संगठन दोनों ही स्थिर नजर आ रहे हैं. यह बात भी तय होती दिख रही है कि फिलहाल वीडी शर्मा ही प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालेंगे. ऐसे में फिलहाल जिलाध्यक्षों के साथ यह पहली बड़ी बैठक होगी, जिसमें हर जिले में नई रणनीति के हिसाब से काम करने की शुरुआत होगी. जानकारों का मानना है कि बीजेपी अपने कार्यकर्ताओं को केवल चुनाव तक सीमित नहीं रखना चाहती है, बल्कि वह लगातार सत्ता और संगठन के कामकाज में कार्यकर्ताओं की व्यस्तता बनाए रखना चाहती है. 


सीएम मोहन-वीडी शर्मा करेंगे समीक्षा 


दो दिन चलने वाली बैठक में सीएम मोहन यादव और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के साथ राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिव प्रकाश, क्षेत्रीय संगठन मंत्री अजय जामवाल, प्रदेश प्रभारी महेंद्र सिंह और सह प्रभारी सतीश उपाध्याय भी विशेष रूप से शामिल होंगे. जिसमें आगामी संगठन के अभियानों की रणनीति और पिछले अभियानों की समीक्षा होगी. राजनीतिक जानकार मानते हैं कि बीजेपी कार्यकर्ताओं को लगातार काम देती है और फिर उस काम की समीक्षा भी करती है. चुनाव कोई भी हो चाहे लोकसभा या फिर विधानसभा का फिर चाहे छोटे चुनाव हों, या कोई अन्य दायित्व, बीजेपी रिजल्ट के बाद उसकी समीक्षा जरूर करती है. ऐसे में पार्टी के कार्यकर्ताओं की पकड़ आम जनता पर ढीली न पड़ जाए, इसलिए समय-समय पर यह समीक्षा बैठक होती है. 


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कांग्रेस को काउंटर करने का प्लान 


दरअसल, लोकसभा चुनाव के बाद पेपर लीक और नर्सिंग घोटाले के मुद्दे पर कांग्रेस ने सरकार को सदन से लेकर सड़क तक घेरने का पूरा प्लान बनाया है. कांग्रेस के नेता लगातार इस पर काम भी कर रहे हैं. ऐसे में बीजेपी अब इस प्लान को काउंटर करने की तैयारी में है, यानि कांग्रेस को डिफेसिंव नहीं बल्कि अटैकिंग मोड में ही घेरा जाएगा. इसलिए सभी जिला अध्यक्षों को बुलाकर आने वाले समय में इस रणनीति पर काम करने के निर्देश दिए जाएंगे. इसके अलावा इस बात पर भी जोर दिया जाएगा कि जिस जिले में संगठन की पकड़ कमजोर हुई है, वहां जरूरी बदलाव भी किए जाएंगे. 


उपचुनावों की तैयारी 


विधानसभा चुनाव में मिली सफलता को बीजेपी ने लोकसभा चुनाव में भी बरकरार रखा है, जबकि पार्टी अब आगामी विधानसभा उपचुनावों में भी इस रणनीति पर काम कर रही है. प्रदेश में जल्द ही सीहोर जिले की बुधनी और श्योपुर जिले की विजयपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव की घोषणा होने वाली है. क्योंकि दोनों ही सीटें विधायकों के इस्तीफों से खाली हो चुकी हैं. कांग्रेस ने इन सीटों पर काम शुरू कर दिया है, ऐसे में बीजेपी भी अब यहां अपने कार्यकर्ताओं को चुनाव में जुटने के निर्देश देंगी और कमजोरियों और मजबूतियों पर काम करेगी. 


सत्ता और संगठन का समन्वय


खास बात यह है कि मध्य प्रदेश में लंबे समय से बीजेपी की मजबूती यही रही है कि सत्ता और संगठन का समन्वय पार्टी में हमेशा मजबूत रहा है. लेकिन राजनीतिक जानकार मानते हैं कि यह सत्ता और संगठन का समन्वय जितना मजबूत कड़ी होती है उतना ही यह कमजोर कड़ी भी होती है. ऐसे में बीजेपी समय-समय पर इसकी समीक्षा करती है. माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में पीएम मोदी, अमित शाह समेत कई बड़े नेता प्रदेश का दौरा करेंगे ऐसे में पार्टी अभी से नई रणनीति बनाने में जुट गई है. 


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