Madhya Pradesh News: चुनावी साल में प्रशासनिक अधिकारियों से नाराज नरसिंहपुर के 64 सरपंचों ने सामूहिक रूप से इस्तीफा देने का ऐलान किया है. मामला करेली जनपद पंचायत का है. उपयंत्री नियाज अंसारी से परेशान होकर करेली जनपद की सभी 64 पंचायत के सरपंचों ने दो दिन का अल्टीमेटाम देते हुए सामूहिक इस्तीफा देने का एलान किया. सरपंचों का आरोप है कि उपयंत्री नियाज अंसारी बेवजह सरपंचों को परेशान कर रहे हैं. 


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सरपंचों ने आरोप लगाया है कि नियाज अंसारी पंचायतों में होने वालो कार्यो की तकनीकी स्वीकृति नहीं देते. सरपंच क्षेत्र का विकास नहीं कर पाने से परेशान. सरपंचों का आरोप है कि जिला पंचायत सीईओ, विधायक से लेकर सांसद तक सभी से इस मामले में शिकायत कर चुके हैं. इसके बावजूद भी समस्याओं का निराकरण नहीं हो रहा. इन शिकायतों के साथ सोमवार को नाराज सरपंचों ने जनपद पंचायत के बाहर जमकर प्रदर्शन किया. अधिकारी को नहीं हटाने पर सामूहिक इस्तीफा देने की चेतावनी दी.
 
जानें क्या बोले सरपंच
सरपंच हेमराज सिंह केवट ने बताया कि करीब 2 महीने से सभी सरपंच प्रताड़ित हो रहे हैं. नेताओं और अधिकारियों को शिकायत को लेकर आवेदन भी दिए, लेकिन किसी अधिकारी ने मिलने तक का टाइम नहीं दिया. सरपंचों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है. इस वजह से सामूहिक इस्तीफा देने का फैसला किया है. मांग है कि इस तरह के अधिकारियों को तुरंत हटाया जाए. 


चुनाव से पहले देखने को मिल रहा नाराजगी का माहौल
मध्य प्रदेश में साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. ऐसे में सरपंचों की नाराजगी सामने आई है. ऐसा ही माहौल पूरे प्रदेश में कई नेताओं और अधिकारियों से नाराजगी के मामले में सामने आ रहे हैं. इधर, पन्ना जिले की ग्राम पंचायत मोहन्द्रा अंतर्गत आने वाले गांव रानीपुरा में अनोखा प्रदर्शन देखने को मिला है. ग्रामीणों ने गांव के बाहर एकत्र होकर भैंस को आवेदन दिया व उसके सामने थाली, सीटी, शंख व बीन बजाकर विरोध प्रदर्शन किया. दरअअसल, ग्रामीण कई सालों से अपने यहां पक्का पहुंच मार्ग बनवाने की मांग को लेकर जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से मिल चुके हैं.


रिपोर्ट: अजय दुबे