नीरज जैन/अशोकनगरः मध्य प्रदेश के अशोनगर से एक बेहद हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जहां जिला अस्पताल में नवजात शिशु बदलने दिया गया. शहर के शंकर कॉलोनी क्षेत्र की रहने वाली महिला ने जिला अस्पताल में लापरवाही के आरोप लगाते हुए बताया कि उसने लड़का को जन्म दिया था, जो एसएनसीयू वार्ड में रखा हुआ था. सोमवार को सुबह के समय जब बच्चे को लेने पहुंचे तो लड़की देने लगे. जब लेने से मना कर दिया तो उन्होंने कहा कि किसी को बताना मत फिर शाम के समय लड़का दे दिया. वहीं सीएमएचओ ने बताया कि अस्पताल में इस तरह की कोई बात नहीं हुई है.


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जानिए मामला
बता दें कि अशोकनगर निवासी वर्षा सेन ने 31 दिसंबर को एक बेटे को जन्म दिया था. बच्चा का जन्म कुछ कम समय होने की वजह से शिशु को एसएनसीयू वार्ड में रख दिया था. बच्चे को दूर से ही दिखाते थे. सोमवार को परिवार को बच्चे को ले जाने को कहा, जब बच्चे को लेने पहुंचे तो वहां पर लड़का की जगह लड़की देने लगे. वर्षा सेन के परिवार ने बच्ची को लेने से मना कर दिया. 


मना करने पर वापस दिया लड़का
फिर वहां पर कहा गया कि आप किसी को बताना मत शाम को आपका लड़का वापस कर देगें. आगे वर्षा सेन के परिवार को बताया कि संदोह गांव में किसी महिला की डिलीवरी हुई थी. उसको लड़की हुई थी. लेकिन उसे लड़का दे दिया गया. उसी के गांव जाकर लड़के को वापस लेकर आए और शाम के समय लड़का दे दिया.


जानिए क्या कहा  CMHO ने
वहीं पूरे मामले में सीएमएचओ डॉ नीरज छारी का कहना है की, महिला कि अगर यह शिकायत है तो उसे सीएमएचओ या सिविल सर्जन से पहली शिकायत करनी थी. फिर भी हमारे द्वारा एसएनसीयू वार्ड के स्टाफ से इस संबंध में पूछा. लेकिन इस तरह का कोई मामला सामने नहीं आया है. कोई निजी मामला हो सकता है. अस्पताल से संबंधित कोई मामला नहीं है.


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