प्रमोद शर्मा/जबलपुर: संस्कारधानी ( jabalpur News ) में आयुष्मान योजना में फर्जीवाड़ा ( ayushman yojana fraud ) का बड़ा मामला सामने आया है. सेंट्रल इंडिया किडनी हॉस्पिटल के संचालक पति पत्नी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इसके साथ ही अस्पताल की लाइसेंस रद्द कर दिया गया है. पुलिस ने स्वास्थ्य विभाग से रिपोर्ट मिलने के बाद आरोपी डॉक्टर दंपति को गिरफ्तार कर लिया है. फिलहाल माममे ले में आगे की कार्रवाई की जा रही है.


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छापे के बाद पुलिस ने पकड़ा मामला
इससे पहले सेंट्रल इंडिया किडनी हॉस्पिटल ( Central India Kidney Hospital) पास स्थित वेगा होटल में आयुष्मान कार्ड धारीयो को फर्जी तरीके से भर्ती कर करोड़ो की बिलिंग किए जाने के मामलें में स्वास्थ्य विभाग की टीम के छापे के बाद पुलिस ने फर्जीवाड़े के मामले में सेंट्रल इंडिया किडनी अस्प्ताल की संचालिका दुहिता पाठक और पति डॉ अश्वनी पाठक को फर्जीवाड़े में विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज करते हुए गिरफ्तार किया है.


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होटल वेगा में बिना परमिशन के मरीजों को भर्ती किया
एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने मामले की जानकारी देते हुए बताया की स्वास्थ्य विभाग ने सेंट्रल इंडिया किडनी अस्पताल में छापामार कार्यवाही जांच में सामने आया की अस्पताल के बाजू में होटल वेगा में बिना परमिशन के मरीजों को भर्ती किया गया है. जांच में उजागर हुआ की सभी मरीज आयुष्मान कार्डधारी थे, जिन्हें किसी प्रकार की कोई गंभीर बीमारियां नही थी. मरीजों को रुपये का लालच देकर उन्हें भर्ती कर आयुषमान कार्ड योजना के तहत बिलिंग की जा रही थी.


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पुलिस ने अपने हाथ में लिया मामला
बहुगुणा ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम ने होटल वेगा को सील करते हुए सेंट्रल इंडिया किडनी हॉस्पिटल के लाइसेंस को निरस्त कर दिया है. फर्जीवाड़ा की रिपोर्ट पुलिस को सौपी थी. अब पुलिस के द्वारा विभिन्न धाराओं के तहत डॉक्टर दंपति को गिरफ्तार कर मामले को जांच में लिया गया है. आगे मामले में जैसे-जैसे खुलासे होंगे इसकी जानकारी दी जाएगी.