madhya pradesh news-भिंड के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल दंदरौआ धाम में चल रहे आठ दिवसीय सिय-पिय मिलन उत्सव का समापन हुआ. इस मौके पर विशाल भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें 1.50 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने शिरकत की. भंडारे में महाप्रसादी के लिए सुबह 10 से आयोजन किया गया. इस भडांरे के लिए करीब 400 लोगों की टीम दिन-रात जुटी हुई थी. 


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दंदरौआ धाम में विराजमान हनुमान जी को लेकर बहुत मान्यताएं है. यहां विराजमान हनुमान को डॉक्टर के रूप में भी पूजा जाता है. 


मशीनों का हुआ इस्तेमाल 
इस भव्य आयोजन के लिए सौ क्विंटल आलू से सब्जी और सौ क्विंटल दूध से खीर तैयार की गई. सब्जी और खीर तैयार करने के लिए चमचों का नहीं बल्कि जेसीबी मशीन और मिक्सर मशीन का इस्तेमाल किया गया. इस भंडारे में बनाई सब्जियों को ट्रालियों में जेसीबी की मदद से भरा गया. वहीं भंडारे में हलवाइयों का बड़ा योगदान रहा. जिसमें 100 से ज्यादा महिला हलवाई भी शामिल रहीं. 


400 लोगों की टीम
इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए 400 लोगों की टीम ने दिन-रात काम किया है. भंडारे में सब्जी, पूरी, खीर, मालपुआ को 30 भट्टियों पर तैयार किया गया. खास बात यह है कि भोजन तैयार करने में 30 भट्टियां लगातार काम कर रही थी. 400 लोगों की टीम ने अलग अलग तरह का काम संभाला. जिसके बाद कार्यक्रम में लोगों को प्रसाद बांटा गया. 


डॉक्टर हनुमान हैं प्रसिद्ध 
दंदरौआ धाम के सखी हनुमान को लोग डॉक्टर हनुमान के नाम से पूजते हैं. यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं के रोगों का हरण होता है. दावा किया जाता है कि कैसा भी रोग हो डॉक्टर हनुमान सारे रोग ठीक कर देते हैं. बीमारी से पीड़ित लोग यहां बड़ी तादाद में अपनी अर्जी लगाने के लिए आते हैं, सैकड़ों लोग हर साल दुर्लभ बीमारियों से यहां निजात पाते हैं. यही कारण है कि लोग इस स्थान को डॉक्टर हनुमान के नाम से पूजते हैं.