भोपाल: आज के समय में अत्याधुनिक तकनीक से इलाज करना आसान होता है, लेकिन इस तकनीक से इलाज कराने में काफी खर्चा हो जाता है. अगर इस तकनीक से सरकारी अस्पताल में इलाज होने लगे तो बहुत से गरीबों को इसका फायदा मिल सकता है. बता दें हमीदिया अस्पताल (hamidiya hospital) में एक मामला सामने आया. जहां पर उन्होंने पहली बार एक टीबी मरीज का आधुनिक तकनीक से इलाज किया. जिसमें मरीज की जांघ के रास्ते फेफड़े में कैथेटर डालकर खून की नली का इलाज किया गया. जिससे मरीज ठीक हो गया.


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सीएम शिवराज ने डॉक्टरों को दी बधाई
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने हमीदिया अस्पताल के डॉक्टरों की प्रशंसा करते हुए बधाई दी हैं. उन्होंने कहा कि हमीदिया अस्पताल के डॉक्टरों ने पहली बार टीबी मरीज का इलाज अत्याधुनिक तकनीक से किया. इसके लिए वे बधाई के पात्र हैं और उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पताल की आलोचना करना बहुत आसान है लेकिन इन डॉक्टरों की उपलब्धियों की प्रशंसा की जानी चाहिए. 


बता दें सीएम ने कहा कि मैं उन डॉक्टरों को जिन्होंने टीबी मरीज की जांघ के रास्ते फेफड़े में कैथेटर डालकर खून की नली को साफ किया. उन हमीदिया अस्पताल के डॉक्टरों की टीम को बधाई देता हूं. 



डॉक्टरों की टीम ने किया मरीज का इलाज
हमीदिया अस्पताल के डॉक्टर राजीव गुप्ता और डॉक्टर लवली कौशल ने भोपाल के जावेद खान की टीबी की बीमारी का इलाज किया है. बता दें मरीज को खांसी में कफ के साथ खून आता था. इसके लिए उन्होंने डॉक्टरों से जांच कराई तो पता चला कि उनके फेफड़े के संक्रमण के कारण ऑर्टरी में केविटी हो गया है. जिससे ऑर्टरी में छेद हो गया है इसलिए फेफड़े में खून जमा होने के कारण खांसी के साथ खून आता था. इसके बाद डॉक्टरों की टीम ने ब्रोंकाइल ऑर्टरी एंबोलाइजेशन तकनीक का इस्तेमाल कर मरीज का इलाज किया.