आकाश द्विवेदी/भोपाल: सीबीआई द्वारा भोपाल DRM ऑफिस के साथ ही जबलपुर, कटनी, छिंदवाड़ा के आधे दर्जन से ज्यादा ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की गई. CBI ने 50, हज़ार की रिश्वत लेने और देने के मामले में रेलवे के डिप्टी चीफ़ इंजीनियर समेत तीन लोगों को गिरफ़्तार किया है. कार्रवाई के दौरान अहम दस्तावेज़ नगद राशि भी बरामद की गई. CBI को कुछ अफ़सरों पर संदेह है जिनसे पूछताछ की जा रही है.


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जबलपुर सेंट्रल जीएसटी कार्यालय में भी हो चुकी है छापेमारी
बता दें कि इससे कुछ महीने पहले सीबीआई ने जबलपुर सेंट्रल जीएसटी कार्यालय में सीबीआई ने छापा मारा था. चार इंस्पेक्टर और सीजीएसटी के डिप्टी सुप्रीटेंट को रंगे हाथों 7 लाख की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया था. अधिकारियों ने पान मसाला कारोबारी से 1 करोड़ रुपए की रिश्वत की मांग की थी. बता दें कि डिप्टी सुप्रीटेंट ने दमोह पान मसाला कारोबारी त्रिलोक चंद सेन से 1 करोड़ रुपए की रिश्वत मांगी थी. लेकिन रिश्वत की डील 35 लाख रुपए में तय हुई थी. डिप्टी सुप्रीटेंट को 7 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया. जांच में पता चला था कि पान मसाला कारोबारी 25 लाख रुपए दे चुका था. रिश्वत लेते पकड़े गए कपिल कामले डिप्टी सुप्रीटेंट के पद पर पदस्थ हैं. 


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गौरतलब है कि दमोह में 19 मई को सेंट्रल जीएसटी फैक्ट्री पर छापा मारा गया था. जांच के दौरान सेंट्रल जीएसटी कार्यालय से महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए गए थे.