रूपेश गुप्ता/रायपुर: रायपुर में विधानसभा रोड में नग्न प्रदर्शन करने वाले ज्यादातर प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पहले से हत्या का प्रयास, मारपीट, बलवा, लूट और आई टी एक्ट समेत धोखाधड़ी के कई मामले हैं दर्ज. आरोपी व्यंकटेश मनहर-जरहाभाठा बिलासपुर, आरोपी विक्रम जांगड़े-जरहाभाठा बिलासपुर, आरोपी संजीत बर्मन, आरोपी अमन दीवाकर, जरहाभाठा-बिलासपुर आरोपी आशुतोष जानी- जरहाभाठा बिलासपुर के खिलाफ कई संगीन अपराध दर्ज हैं. पुलिस ने विज्ञप्ति जारी कर दी जानकारी.


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सदम में गूंजा था नग्न प्रदर्शन का मुद्दा
विधानसभा में एससी-एसटी युवाओं के नग्न प्रदर्शन का मुद्दा गूंजा था. विपक्षी सदस्यों ने युवाओं की रिहाई की मांग को लेकर गर्भगृह में उतरकर नारेबाज़ी की थी.  इस पर विपक्षी सदस्यों को सदन की कार्यवाही से निलंबित कर दिया था.नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने सदन में सवाल किया था कि ऐसी कौन सी स्थिति बन गई कि युवाओं को नग्न होकर प्रदर्शन करना पड़ा. युवाओं ने सरकार को अल्टीमेटम दिया था. इसके बाद भी उनकी मांगों को नज़रअंदाज़ किया गया. हम सरकार से इस्तीफ़े की माँग करते हैं. इस मामले में उच्च स्तरीय जांच कराई जाए.


पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कही ये बात
नग्न प्रदर्शन को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने कहा कि, ये बहुत संवेदनशील मामला है. इसे राजनीति से ऊपर उठकर देखना चाहिए. छत्तीसगढ़ का व्यक्ति सरल, संकोची होता है. एससी-एसटी वर्ग के युवा अपने अधिकारों को लेकर पीड़ित हैं. इस मामले में मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक हाईपॉवर कमेटी बनाकर जाँच कराई जाये और ज़िम्मेदार अधिकारियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाए.


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वहीं बीजेपी विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने इस मामले में कहा था कि, सरकार पर लानत है. इस सरकार ने युवाओं को नग्न होने पर मजबूर कर दिया. घटना से हम सब शर्मसार हुए हैं. वहीं चंद्राकर ने कहा कि यह देश में पहली बार हुआ कि एससी-एसटी वर्ग के युवाओं ने सरकार के सामने नग्न प्रदर्शन किया. सरकार को यह मालूम था कि युवाओं में नाराज़गी है.