Attempt To Blow Up Army Special Train With Detonator:  मध्य प्रदेश के बुराहनपुर जिले में आर्मी स्पेशल ट्रेन को डिरेल करने की साजिश रची गई. बुरहानपुर-भुसावल रेलवे रूट पर डेटोनेटर्स पाए गए.  ये डेटोनेटर्स ट्रेन के गुजरने से पहले ही फट गए, जिससे बड़ा हादसा होते-होते टल गया. अब इस मामले की जांच में सेंट्रल रेलवे मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि रेलवे ट्रैक पर जो डेटोनेटर्स मिले हैं वह रेलवे की रेगुलर प्रक्रिया है. 


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जानें पूरा मामला
मामला बुरहानपुर जिले का है. यहां नेपानगर और खंडवा के बीच स्थित सागफाटा रेलवे स्टेशन के पास ट्रैक पर कुछ डेटोनेटर्स मिले. जैसे ही यहां से ट्रेन गुजरी तो तेज धमाके हुए, जिससे लोको पायलट (ट्रेन चालक) सचेत हो गया. इसके बाद लोको पायलट ने ट्रेन को सागफाटा से कुछ दूरी पर रोक कर सागफाटा स्टेशन मास्टर को मेमो दिया. करीब 5 मिनट बाद ट्रेन भुसावल की तरफ रवाना हो गई. भुसावल पहुंचने के बाद स्टेशन मास्टर से शिकायत की गई और जांच शुरू हुई. 


अज्ञात लोगों ने लगाए डेटोनेटर
जानकारी के मुताबिक रेल्वे ट्रैक पर अज्ञात लोगों ने खंबा नंबर 537/5 और 537/3 के बीच करीब 10 डेटोनेटर्स लगाए थे. ये सभी एक से डेढ़ फीट के अंतराल से रखे गए थे. 


सेना की ट्रेन गुजरी
बता दें कि दोपहर 1 बजकर 48 मिनट पर सेना के जवानों को लेकर एक स्पेशल ट्रेन जम्मू-कश्मीर से कर्नाटक जा रही थी. बताया जा रहा है कि आर्मी की स्पेशल ट्रेन को सागफाटा रेलवे स्टेशन के पास डिरेल करने के लिए ट्रैक पर 10 डेटोनेटर लगाए गए थे. हालांकि, ये साजिश नाकामयाब हो गई. 


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रेलवे अधिकारी ने किया बड़ा खुलासा
इस मामले में जांच के दौरान सेंट्रल रेलवे मुख्य जनसंपर्क अधिकारी डॉ. स्वपनिल नीला ने बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि जो डेटोनेटर्स बरामद किए गए हैं, उन्हें रेलवे की ओर से ही इस्तेमाल किया जाता है. हालांकि, जिस जगह डेटोनेटर लगाए थे, वहां लगाने का औचित्य नहीं था. ये डेटोनेटर्स वहां किसने लगाए और क्यों लगाए इसकी जांच की जा रही है. 


क्या होता है डेटोनेटर?
जानकारी के मुताबिक डेटोनेटर के जरिए तेज आवाज होती है. अक्सर इनका इस्तेमाल कोहरे और ऐसी स्थिति में किया जाता है, जब ट्रेन को एक तय समय से पहले इमरजेंसी में रोकना होता है. ऐसे में जहां ट्रेन को रोकना होता है, वहां से करीब 1200 मीटर पहले यह तीन स्टेज पर तीन डेटोनेटर लगाए जाते हैं.


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इनपुट- बुरहानपुर से नीलेश महाजन की रिपोर्ट, ZEE मीडिया


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