Chhatarpur Bulldozer action: छतरपुर में कोतवाली थाने में पथराव करने वाले पूर्व सदर और कांग्रेस नेता हाजी शहजाद अली के आलीशान मकान पर बुलडोजर की कार्रवाई करके उसे जमींदोज कर दिया गया. बीस करोड़ की लागत से बने इस आलीशान मकान का निर्माण सात साल से चल रहा था, जिसे प्रशासन ने छह घंटे में जमींदोज कर दिया. आज जहां यह मकान बना था, वहां सन्नाटा पसरा है और भारी पुलिस बल मौजूद है. लेकिन घटना के दिन से ही हाजी शहजाद अली, उनका बड़ा भाई कांग्रेस पार्षद अजीज अली, और उनके परिवार के सभी सदस्य फरार हैं. वहीं, इसका इतना दबदबा था कि इसके बाद कोई भी बोलने को तैयार नहीं है.


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हाजी शहजाद अली का सामाजिक और राजनीतिक प्रभाव
बता दें कि हाजी शहजाद अली अंजुमन इस्लामिया का सदर रहते हुए अदालत चलाता था और समाज के लोगों की घरेलू पंचायत निपटाता था. कांग्रेस में वह उतना सक्रिय नहीं था, लेकिन कांग्रेस के पूर्व विधायक शंकर प्रताप सिंह उर्फ मुन्ना राजा का काफ़ी नज़दीकी रहा है. वरिष्ठ पत्रकार रविंद्र व्यास बताते हैं कि उसका काम ज़मीनों का था, लेकिन समाज में उसका दबदबा इतना था कि उसके खिलाफ कोई बोलने की हिम्मत नहीं करता था.


मकान टूटने के बाद हाजी शहजाद अली की सफाई
वहीं, बीजेपी नेता ने आरोप लगाया कि उसका साम्राज्य कांग्रेस के समय शुरू हुआ और फिर वह सदर बनकर समाज की राजनीति करने लगा. मकान टूटने के बाद, आरोपी हाजी शहजाद अली ने अपना वीडियो जारी करते हुए सफाई दी है कि वह अमन पसंद व्यक्ति हैं. उस दिन जो घटना घटी, वह कुछ असामाजिक व्यक्तियों की कार्यवाही थी. वह इस तरह की हिंसा पर विश्वास नहीं करते. उन्होंने प्रशासन से घटना की फिर से जांच करवाने और दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की है. वहीं, डीआईजी ने कहा कि उस दिन से शहर में शांति है और जो आरोपी बनाए गए हैं, उनकी जांच में पुलिस की टीम लगी हुई है.


रिपोर्ट: हरीश गुप्ता (छतरपुर)