Madhya Pradesh News: महाकाल नगरी उज्जैन में बहने वाली शिप्रा नदी की स्वच्छता को लेकर बुधवार को मुख्यमंत्री मोहन यादव ने चिंता जताई. उन्होंने निर्देश दिया कि शिप्रा नदी में इंदौर से आने वाली कान्ह नदी का गंदा पानी मिलने से रोका जाए. मुख्यमंत्री ने पवित्र नदी शिप्रा नदी में कान्ह नदी का गंदा पानी मिलने पर नाराजगी जताई. इसको लेकर  सीएम ने जल संसाधन विभाग को निर्देश दिए.


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मुख्यमंत्री ने कहा कि पानी का ट्रीटमेंट धर्मपुरी से शुरू किया जाए. पानी को शुद्ध कर खेतों में सिंचाई के लिए दिया जाए. सिंहस्थ को देखते हुए शिप्रा नदी पर बेहतर घाटों का निर्माण किया जाए. शनि मंदिर से गऊघाट , वीर दुर्गादास की छत्री से मंगलनाथ घाट, मंगलनाथ से भेरूगढ़ ब्रिज, भूखी माता के सामने घाट निर्माण सहित लगभग 27 किलोमीटर लम्बाई के घाटों पर चर्चा की. बता दें कि 2028 में उज्जैन में सिंहस्थ का आयोजन होना है.  


नदी के लिए लगाए जाएंगे ट्रीटमेंट प्लांट
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि घाट छोटे बनाए जाएं, ताकि खेतों की जमीन प्रभावित न हो. उन्होंने शिप्रा नदी के कमांड एरिया में पानी बढ़ने की क्षमता के अनुसार ट्रीटमेंट प्लांट लगाए जाने के संबंध में अधिकारियों को निर्देशित किया. कार्ययोजना के संबंध में इंदौर और उज्जैन की स्थानीय प्रशासन की संयुक्त बैठक भी आयोजित कर ली जाए.


नगर निगम खाली करा रही 
इधर, उज्जैन नगर निगम ने भी सिंहस्थ से पहले मेला क्षेत्र को खाली कराने के लिए काम शुरू कर दिया है. एक दिन पहले ही  नगर निगम की टीम मंगल कॉलोनी के घरों और मकोड़िया आम क्षेत्र के गैरेज संचालकों के घर पहुंची. टीम ने 170 लोगों को अतिक्रमण हटाने के नोटिस थमाए. दो दिन पहले कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने दो दिन पहले बैठक ली थी. उन्होंने सिंहस्थ क्षेत्र के निर्माण कार्यों को हटाने की कार्रवाई करने को कहा था. इसके अलावा भी कई निर्देश दिए थे. 


दुनिया देखती रह जाएगी: सीएम
कुछ दिन पहले ही मुख्यमंत्री ने शिप्रा नदी को सतत प्रवाहमान बनाए रखने के लिए एक अथॉरिटी बनाने का ऐलान किया था. सीएम ने कहा था कि शिप्रा नदी को सदैव सजीव बनाए रखने के लिए एक बड़ी योजना पर काम किया जा रहा है. इससे सिंहस्थ मेला 2028 और भी सुंदर होगा. उज्जैन प्रवास के दौरान सीएम ने कहा था कि  सिंहस्थ मेला 2028 का आयोजन ऐसा होगा कि पूरी दुनिया देखती रह जाएगी. तैयारियां अभी से शुरू कर दी गई हैं.


रिपोर्ट: प्रमोद शर्मा, भोपाल