Madhya pradesh news- छिंदवाड़ा की चौरई सीट से विधायक रहे चौधरी गंभीर सिंह का निधन हो गया है, सुबह चाय पीने के बाद चौधरी सिंह चेयर पर बैठे थे तभी अचानक उन्हें हार्ट अटैक आया. उन्हें डॉक्टर के पास उनके बेटे लेकर पहुंचे जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. चौधरी गंभीर सिंह को कमलनाथ का बेहद करीबी माना जाता था.


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चौधरी गंभीर सिंह 1995 से 1998 तक छिंदवाड़ा जिले के चौरई से कांग्रेस विधायक रहे थे. लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस छोड़कर वो बीजेपी में शामिल हुए थे. 


 


राजनीतिक सफर


चौधरी गंभीर सिंह ने अपने राजनीति के सफर की शुरुआत चौरई विधानसभा क्षेत्र से ही की थी. चौरई विधानसभा क्षेत्र में 1995 से उन्होंने सफर शुरु किया था तब वे जिला पंचायत उपाध्यक्ष रहे थे. इसके बाद उन्होंने1998 में चौरई विधानसभा क्षेत्र से विधानसभा चुनाव लड़ा, यहां चुनाव जीतकर वह विधायक बने. इसके बाद दो बार उन्होंने चुनाव लड़ा लेकिन दोनों बार वे चुनाव हार गए.


 


बीजेपी में हुए थे शामिल 


एक समय चौधरी गंभीर सिंह को कमलनाथ का बेहद करीबी माना जाता था. लेकिन चौधरी गंभीर सिंह कमलनाथ से नाराजगी के चलते लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने कांग्रेस का दामन छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए थे. पिछले विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने से कांग्रेस से नाराज थे. नकुलनाथ को सांसद का टिकट मिलने से एक दिन पहले उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी थी. गंभीर सिंह ने भोपाल में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा के समक्ष भाजपा की सदस्यता ली थी. पूर्व सांसद नकुलनाथ और सांसद विवेक बंटी साहू ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनके जाने से छिंदवाड़ा के राजनीतिक जगत को एक बड़ी क्षति हुई हैं.