Politics: अखिलेश के गढ़ में जाएंगे CM मोहन यादव, लोकसभा चुनाव से पहले सामने आया प्लान!
Lok Sabha Election: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज एक दिन के दौरे पर उत्तर प्रदेश जा रहे हैं. सीएम आजमगढ़ में पार्टी पदाधिकारियों की बैठक में शामिल होंगे और उन्हें जीत का मंत्र देंगे. यह इलाका सपा का गढ़ माना जाता है.
Madhya Pradesh News: आगामी लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर भाजपा ने '24 में 400 पार..' के लक्ष्य के साथ रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है. भाजपा ने कमजोर पकड़ वाली सीटों पर अभी से ही जोर आजमाइश शुरू कर दी है. इसी सिलसिले में मंगलवार को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव उत्तर प्रदेश जाएंगे. यूपी में सीएम का आज एक दिवसीय दौरा है. खास बात यह है कि आज जहां सीएम जा रहे हैं, वह क्षेत्र समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता है.
सीएम उत्तर प्रदेश में लोकसभा आजमगढ़ क्लस्टर की बैठकों को संबोधित करेंगे. वे आजमगढ़ क्लस्टर के अंतर्गत आने वाले 5 लोकसभा क्षेत्रों में पार्टी पदाधिकारियों की बैठक में शामिल होंगे. इन बैठकों में जिला अध्यक्ष, जिला प्रभारी, लोकसभा संयोजक, लोकसभा प्रभारी एवं लोकसभा प्रबंध समिति के पदाधिकारी, सांसद, विधायक, विधानसभा प्रत्याशी, जिला पंचायत अध्यक्ष, नगर पालिका एवं नगर पंचायत अध्यक्ष, ब्लाक प्रमुख एवं जिला पंचायत सदस्य मौजूद होंगे.
3 बैठकों में शामिल होंगे सीएम
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव 9:45 बजे स्टेट हैंगर भोपाल से आजमगढ़ के लिए होंगे रवाना. दोपहर 12:15 बजे जयपुरिया स्कूल, मिरिया कांधरपुर, जिला आजमगढ़ में स्थानीय कार्यक्रम में शामिल होंगे. इस दौरान सीएम 3 बैठकों में अपेक्षित श्रेणी के पार्टी पदाधिकारियों को संबोधित करेंगे. सीएम शाम 4 बजे आजमगढ़ से भोपाल के लिए रवाना होंगे.
सपा का गढ़ है आजमगढ़
उत्तर प्रदेश की आजमगढ़ लोकसभा सीट समाजवादी पार्टी का गढ़ मानी जाती रही है. इस सीट पर उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव और पूर्व सीएम अखिलेश यादव भी सांसद रह चुके हैं. पिछले 2019 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर की बावजूद यह सीट सपा के खाते में गई थी. यहां से सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने जीत दर्ज की थी. हालांकि, अखिलेश के सीट छोड़ने के बाद 2022 के उपचुनाव में बीजेपी के दिनेश लाल यादव 'निरुहआ' ने सपा के धर्मेंद्र यादव को हरा दिया था.
सीएम क्यों गए यूपी?
आजमगढ़ क्लस्टर में आजमगढ़, लालगंज, घोसी, बलिया और सलेमपुर को मिलाकर 5 लोकसभा सीटें आती हैं. आजमगढ़ और लालगंज की सभी विधानसभा सीटों पर सपा का कब्जा है. इस क्षेत्र में यादव समाज के लोगों की अच्छी खासी संख्या है, जो परंपरागत रूप से सपा को चुनते आए हैं. ऐसे यादव समाज से ही आने वाले मुख्यमंत्री मोहन यादव के चलते भाजपा यादव वर्ग आकर्षित करना चाहती है.