Madhya Pradesh News In Hindi: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बुधवार को सीएम हाउस में मीसाबंदी सम्मेलन का आयोजन किया. इसमें प्रदेश भर से 750 मीसाबंदी और उनके परिजन मौजूद रहे. इस दौरान उन्होंने मीसाबंदियों के लिए कई घोषणाएं कीं. उन्होंने कहा कि आपातकाल के संघर्ष को प्रदेश के स्कूलों में पढ़ाया जाएगा. साथ ही मीसाबंदियों को एयर एंबुलेंस की सुविधा दी जाएगी. सीएम के इस ऐलान के बाद राजनीति गरमा गई है. विपक्ष ने पलटवार करते हुए कहा कि मीसाबंदियों के बारे में पढ़कर बच्चों को कुछ फायदा नहीं होने वाला है. मीसाबंदियों ने खूब पेंशन ले ली है अब इसे बंद कर देना चाहिए.


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मीसाबंदियों के लिए CM मोहन यादव ने की कई घोषणाएं
सीएम मोहन ने मीसाबंदियों के लिए बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि अब सरकारी विश्राम गृहों में तीन दिन तक मुफ्त रहने की व्यवस्था होगी. मीसा बंदियों/लोकतंत्र सेनानियों को टोल बूथों पर छूट मिलेगी. अगर सेनानी को कहीं एयर एंबुलेंस की जरूरत पड़ती है तो सरकार व्यवस्था करेगी. एयर टैक्सी में 25 फीसदी की छूट मिलेगी. सभी दिवंगत लोकतंत्र सेनानियों को ताम्र पत्र दिए जाएंगे. 


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MP में स्कूलों में पढ़ाया जाएगा आपातकाल का संघर्ष
देश में 1975 में लगाए गए आपातकाल के संघर्ष को अब मध्य प्रदेश के स्कूलों में पढ़ाया जाएगा. सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा कि लोकतंत्र सेनानियों की कई मांगें पूरी कर दी गई हैं.  बच्चों को आपातकाल और लोकतंत्र सेनानियों के बारे में जानना चाहिए. इसलिए इसे पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा.


MP में मीसाबंदियों पर महाभारत
मध्य प्रदेश में मीसा बंदियों को लेकर सियासत गरमा गई है. सीएम के ऐलान के बाद विपक्ष ने पलटवार किया है. पूर्व मंत्री मुकेश नायक ने कहा कि मीसाबंदियों के बारे में पढ़ने से बच्चों को कोई फायदा नहीं होगा. मीसा बंदियों ने खूब पेंशन ली है, अब इसे बंद कर देना चाहिए.


रिपोर्ट- प्रमोद शर्मा