आकाश द्विवेदी/भोपाल: मध्यप्रदेश (MP) में भी नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम (Inauguration Program of New Parliament House) के बहिष्कार को लेकर राजनीति शुरू हो गई है. सीएम शिवराज के ट्वीट के बाद राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गयी है. कांग्रेस का आरोप है कि कार्यक्रम में राष्ट्रपति को नहीं बुलाया गया जो जनजतीय वर्ग से आती हैं. देश की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं है कि इतना पैसा ऐसे प्रोजेक्ट में खर्च करने की जरूरत नहीं थी. वहीं कांग्रेस उनके ही नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम के टिप्पणी पर बयान देने से बचती नज़र आई.  बता दें कि बीजेपी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि जिससे देश को गर्व होता है, कांग्रेस उसका बहिष्कार करती है. बीजेपी ने कहा कि विनाश काले विपरीत बुद्धि ,कांग्रेस के यही हाल है. बीजेपी ने कांग्रेस नेताओं को सद्बुद्धि देने की कामना की.


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सीएम शिवराज ने किया ट्वीट
आज एक ट्वीट में, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम का बहिष्कार करने के विपक्ष के फैसले पर निराशा व्यक्त की. उन्होंने उनके विरोध और बहिष्कार को बहुत निंदनीय बताया और लोकतंत्र को बनाए रखने के लिए सामूहिक जिम्मेदारी का आह्वान किया.



लोकतंत्र का सम्मान सभी की जिम्मेदारी: सीएम शिवराज
सीएम शिवराज ने ट्विटर पर कहा कि लोकतंत्र का सम्मान करना हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सहित 19 विपक्षी दलों द्वारा बहिष्कार लोकतंत्र को अपमानित करने का  प्रयास है. नए संसद भवन के महत्व पर बताते हुए सीएम शिवराज ने जोर देकर कहा कि इसका उद्घाटन लोकतंत्र के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है. उन्होंने इस आयोजन को राष्ट्रीय गौरव का दिन माना है.


सीएम ने की विपक्ष की निंदा
सीएम शिवराज ने नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम का बहिष्कार करने के लिए विपक्षी दलों की कड़ी निंदा की. उन्होंने उनके विरोध को अत्यधिक निंदनीय बताया.